उत्तराखंड। पौड़ी जिले के एक रिसॉर्ट से 18 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी गायब हो गई। रिसेप्शनिस्ट के परिजनों ने राजस्व पुलिस से अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत की। परिवार का आरोप है कि पुलिस उसे ढूंढने की जगह परिवार को गुमराह करतने में जुटी रही। थक-हार कर युवती की मां और ग्रामीण अपर जिलाधिकारी पौड़ी इला गिरी से मिले और पूरा घटनाक्रम बताया।
राजस्व पुलिस ने शिकायत पुलिस को ट्रांसफर कर दी। पुलिस हरकत में आई तो हैरान कर देने वाला सच सामने आया कि अंकिता अब इस दुनिया में नहीं है, उसकी हत्या कर दी गई है। अंतरा वन प्राइवेट रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या कर दी गई है। उसे पहाड़ी से नीचे गंगा में धक्का दे दिया गया, धक्का देने वाला कोई बाहरी शख्स नहीं बल्कि रिसॉर्ट मालिक का बेटा और उसके 2 साथी थे।
हालांकि अभी उसका शव बरामद नहीं हो पाया है। पुलिस और SDRF की टीमें शक्ति नहर में अंकिता को तलाश रही हैं। इस मामले में पुलिस ने रिसॉर्ट संचालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया है कि 18 सितंबर की रात्रि में ही अंकिता की हत्या कर दी गई थी।
पौड़ी जिले के श्रीकोट पट्टी नादलुस्य की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर तहसील बैराज-चीला मार्ग के राजस्व क्षेत्र गंगापुर भोगपुर में स्थित एक रिसॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट के पद पर कार्यरत थी। 28 अगस्त को अंकिता ने वन अंतरा प्राइवेट रिसॉर्ट में नौकरी ज्वाइन की थी। अभी नौकरी को एक महीना भी पूरा न हो पाया था कि इसी बीच उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
परिवार के मुताबिक विगत 18 सितंबर से उसकी अपने परिजनों से बात नहीं हुई, परिवार ने अनहोनी की आशंका के चलते स्थानीय राजस्व पुलिस से गुमशुदगी की शिकायत करते हुए रिसॉर्ट संचालक पर अगवा करने का शक जाहिर किया है। अंकिता के परिजनों का कहना है कि 18 सितंबर से अंकिता का कोई पता नहीं है। 19 सितंबर को अंकिता का परिवार रिसॉर्ट पहुंचा।
परिवार का आरोप है कि उन्होंने रिसोर्ट में जाकर सीसीटीवी कैमरे को देखा तो उसकी फुटेज डिलीट कर दी गई है, जिससे उन्हें आशंका है कि उनकी बेटी के साथ कुछ अनहोनी हुई है। जिसको लेकर अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने पटवारी स्तर से रिपोर्ट लिखवाई लेकिन कई दिन तक यह जांच चलती रही। निराश परिवार उप जिलाधिकारी से मिला, एडीएम इला ने संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच करके आख्या देने के निर्देश दिए हैं, साथ ही पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि उनकी बेटी के मामले को गंभीरता से देखा जा रहा है।
इसी बीच गुरुवार को मामला ऋषिकेश लक्ष्मण झूला पुलिस के पास पहुंचा, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अंकिता की हत्या मामले के तीन हत्यारों में रिसॉर्ट मालिक का बेटा पुलकित आर्य और उसके दो साथी सौरभ व अंकित को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कस्टडी में इन्होंने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि अंकिता भंडारी को चीला नहर से धक्का दिया था।
शुक्रवार को ऋषिकेश लक्ष्मण झूला पुलिस अंकिता के मर्डर के तीन आरोपियों को अपने साथ कोटद्वार लेकर जा रही थी, तभी गंगापुर गांव से चीला जाने वाली सड़क पर ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी को रोककर उसमें बैठे आरोपियों को पीटते हुए कपड़े फाड़ दिए। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। सूचना पर एडिशनल एसपी फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
उत्तेजित ग्रामीणों को कंट्रोल करने के लिए बल प्रयोग भी करना पड़ा। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिसवालों ने ग्रामीणों के बीच से आरोपियों को निकाला और कोटद्वार कोर्ट में पेश किया। वहीं पथराव और लाठीचार्ज में एक महिला और एक सिपाही चोटिल हुए हैं।
आरोपी पुलकित के पिता और चाचा राजनीतिक गलियारों में पकड़ रखते हैं। पूर्व में दर्जा प्राप्त मंत्री भी रह चुके हैं। ऐसे में देखना होगा कि अंकिता को न्याय मिल पाता है या नहीं?