देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5 नवंबर के दौरे के दरमियान देश के 11 अन्य ज्योतिर्लिंगों और उत्तराखंड के सभी शिवधामों को वर्चुअल जोड़कर भाजपा की पूरे देश पर छा जाने की योजना है। पीएम का यह केदारनाथ धाम दौरे का कार्यक्रम तय हो चुका है। इस दौरे से पूरे देश को संदेश देने के लिए इसे एक मेगा इवेंट का रूप दिया जा रहा है। जब पीएम बाबा केदार के धाम में होंगे, ठीक उसी समय उत्तराखंड के सभी प्रमुख शिवालयों में भाजपा के वरिष्ठ नेता शिव स्तुति में मगन दिखेंगे। प्रदेश संगठन इसकी तैयारी में जुट गया है।
केदारनाथ में पीएम के ऐतिहासिक स्वागत की तैयारियां तेजी से शुरू हो गई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वर्चुअल और दूरभाष के माध्यम से लगातार दिशा-निर्देश दे रहे हैं। पुनर्निर्माण कार्यों से दिव्य और भव्य स्वरूप ले रही केदारनगरी में पीएम आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करेंगे और करीब 400 करोड़ से तैयार पुनर्निर्माण कार्यों का भी लोकार्पण करेंगे। मोदी के केदारधाम आने पर सरकार के सभी मंत्रियों, पार्टी विधायकों व पदाधिकारियों को बाबा के धाम नहीं पहुंचना होगा। जब पीएम मोदी केदारनाथ में बाबा के दर्शन कर रहे होंगे, ठीक उसी समय भाजपा के वरिष्ठ नेता अपने आसपास के शिवालयों में पूजा-अर्चना करते दिखें, इस बात पर जोर दिया जा रहा है।
केदारनाथ समेत देश की सभी दिशाओं में स्थापित 12 ज्योतिर्लिंगों को भी वर्चुअल कनेक्ट कर इसके जरिए पूरे देश में संदेश देने की तैयारी है। चुनावी साल में पीएम का पिछले 1 महीने में यह उत्तराखंड का यह दूसरा दौरा है। दौरे के सियासी निहितार्थ भी किसी से छिपे नहीं हैं।
देश के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में 1. केदारनाथ (उत्तराखंड), 2. सोमनाथ (गुजरात), 3. मल्लिकार्जुन (आंध्रप्रदेश), 4. महाकालेश्वर (मध्यप्रदेश), 5. ओंकारेश्वर (मध्यप्रदेश), 6. भीमाशंकर (महाराष्ट्र), 7. काशी विश्वनाथ (उत्तरप्रदेश), 8. त्र्यम्बकेश्वर (महाराष्ट्र), 9. बैद्यनाथ (झारखंड), 10. नागेश्वर (गुजरात), 11. रामेश्वरम् (तमिलनाडु), 12. घृष्णेश्वर (महाराष्ट्र) तक इस दौरे से संदेश दिया जाना है।
इससे पूर्व गृहमंत्री अमित शाह 30 अक्टूबर को देहरादून से 12 ज्योतिर्लिंगों के अभिषेक के लिए पैक किए मिट्टी के बर्तन में भेजे जाने वाले गंगा जल की पैकिंग को इन ज्योतिर्लिंगों को रवाना करने वाले हैं। आगामी चुनाव में हिन्दू लहर उठाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।