मेरठ। थाना दौराला के रूहासा गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर जमकर पथराव और लाठी-डंडे बरसाए गए। गौकशी के आरोपी में फरार एक युवक की तलाश में जब पुलिस गांव में पहुंची तो महिलाओं ने मोर्चा लेते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया। हमले के दौरान एक दरोगा और दो सिपाही समेत कई गांव वाले घायल हो गए।जिसके बाद पुलिस बैकफुट पर आई और घायल पुलिसकर्मी और गांव वालों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना मेरठ के थाना दौराला क्षेत्र के रूहासा गांव की है। जहां मुजाहिद नाम का गौ तस्कर फरार चल रहा था, जैसे ही पुलिस मुजाहिद के घर पहुंची तो इस बदमाश को बचाने के लिए महिलाओं ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। इतना ही नहीं पुलिस के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। सरकारी जीप का शीशा तोड़ते हुए प्राइवेट वाहनों को भी निशाना बनाया गया।
पुलिस को आभास भी नहीं था कि उन पर इस तरह से हमला होगा, जिसके चलते पुलिस बिना कार्रवाई के बैरंग लौट आई। आलाधिकारी सूचना मिलते ही रूहासा गांव पहुंचे और देर शाम भारी संख्या में फोर्स को लेकर गांव में दबिश अभियान चलाया गया, लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। घायल पुलिसकर्मियों का निजी स्वास्थ्य सेंटर में उपचार कराया गया है।
पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को नामजद करते हुए अन्य कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उत्तर प्रदेश में गोवंश की हत्या या तस्करी संगीन अपराध है। गोहत्या पर अधिकतम 10 वर्ष की सजा का प्रावधान है। गोवंश को शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाने पर 1 से 7 साल की सजा है।
अभी कुछ दिन पहले भी मेरठ के मवाना में पुलिस पर हमला हुआ था, लेकिन बड़ा सवाल यही है कि गौकशी जैसे गंभीर मामलों में पुलिस पर कब तक हमले होते रहेंगे। ऐसे शातिर अपराधियों और उनके संरक्षकों पर कब कार्रवाई होगी?