दिल्ली में बंदरों की समस्या अकल्पनीय स्तर तक पहुंची

Webdunia
मंगलवार, 7 नवंबर 2017 (23:51 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने आज कहा कि संभव है कि स्थानीय अधिकारी बंदरों की बढ़ती संख्या की समस्या से निपटने में कभी भी सफल ना हों, क्योंकि यह समस्या अकल्पनीय स्तर पर पहुंच गई है।
 
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ ने दिल्ली सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में बंदरों की बढ़ती आबादी पर लगाम लगाने की प्रस्तावित कार्ययोजना की जानकारी देने के बाद यह टिप्पणी की।
 
अदालत ने कहा, संभव है कि आप बंदरों की बढ़ती संख्या की समस्या से निपटने में कभी भी सफल ना हों, क्योंकि यह समस्या अब अकल्पनीय स्तर पर पहुंच गई है। अदालत ने गत 26 सितंबर को शहर में बंदरों एवं कुत्तों की बढ़ती आबादी एवं मोरों की सुरक्षा जैसे मुद्दों से निपटने के लिए कार्य योजना की जानकारी देने को कहा था।
 
अदालत तीन जनहित याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी, जिनमें बंदरों, कुत्तों, आवारा पशुओं की समस्या से निपटने तथा उन्हें आश्रय मुहैया कराने तथा मोरों की सुरक्षा के लिए उपाय करने की खातिर अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की गई है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए खुशखबरी, केन्द्र सरकार ने बढ़ाया डीए

नासिक कुंभ के नाम को लेकर अखाड़ों में मतभेद, जानिए कब शुरू होगा मेला

ATM से अतिरिक्त निकासी पर शुल्क बढ़ा, जानिए कब से लागू होंगे यह charges

यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पेशकश, NATO को दी चेतावनी

ईद पर मुंबई में विस्फोट और दंगों की चेतावनी, सुरक्षा बढ़ाई गई

सभी देखें

नवीनतम

जिंदगी पर भारी पड़ा रील का नशा, गिरने से 'यमराज' की मौत

कठुआ ऑपरेशन में कुल 9 की मौत, इनमें 5 आतंकवादी और 4 जवान

विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी, रूसी सशस्त्र बलों में सेवारत 18 में से 16 भारतीय लापता

चीख-पुकार, हिलती इमारतें, धुल का गुबार, हजारों के मरने की आशंका, भूकंप से तबाही की आंखों देखी

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में 1.50 लाख अवमानना ​​मामले लंबित, सरकार ने संसद में दी जानकारी

अगला लेख