चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीतसिंह चन्नी अचानक ही पूर्व मु्ख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने उनके मोहाली स्थित फॉर्महाउस पर मिलने पहुंचे हैं। फिलहाल यह नहीं सामने आया है कि दोनों नेताओं में किस मुद्दे पर मुलाकात हुई? हालांकि माना जा रहा है कि केंद्र सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय सीमा के 50 किलोमीटर तक के दायरे में बीएसएफ को बड़े अधिकार दिए जाने के मसले पर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हो सकती है। उधर चन्नी अमरिंदर सिंह से मिल रहे हैं तो सिद्धू दिल्ली में हैं।
कैप्टन अमरिंदर सीएम चन्नी के शपथ ग्रहण और फिर उनके बेटे की शादी में भी नहीं गए थे। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में फिर हलचल मच गई है। पंजाब सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर के दायरे में तलाशी लेने और गिरफ्तारी करने का सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को अधिकार देने के केंद्र के कथित कदम पर बुधवार को कड़ी आपत्ति जताई थी और इसे 'संघवाद पर हमला' करार दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस कदम के समर्थन में कहा था कि 'बीएसएफ की बढ़ी हुई उपस्थिति और शक्तियां ही हमें मजबूत बनाएंगी। आइए केंद्रीय सशस्त्र बलों को राजनीति में न घसीटें।'
वेणुगोपाल और हरीश रावत के साथ सिद्धू की मुलाकात : कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू बृहस्पतिवार को पहली बार यहां पार्टी मुख्यालय पहुंचे और उन्होंने संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल तथा पंजाब प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की।
सिद्धू शाम करीब साढ़े छह बजे 24 अकबर रोड़ पहुंचे, हालांकि उन्होंने इस्तीफा वापस लेने की संभावना अथवा पत्रकारों के किसी अन्य सवाल का जवाब नहीं दिया। सूत्रों के मुताबिक, वेणुगोपाल के कार्यालय में यह बैठक चल रही है।
उल्लेखनीय है कि सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने पत्र में लिखा था, किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं। कांग्रेस आलाकमान ने अब तक सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। सूत्रों का कहना है कि गुरुवार की बैठक के बाद कुछ बिंदुओं पर सहमति बन सकती है।
पिछले दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उस दौरान यह भी चर्चा थी कि सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी की कार्यशैली को लेकर भी खुश नहीं हैं, हालांकि कांग्रेस के सूत्र इससे इनकार करते हैं। कांग्रेस सूत्रों ने यह भी बताया कि फिलहाल सिद्धू के दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से उनकी मुलाकात का कोई कार्यक्रम तय नहीं है।