कोलकाता। कोलकाता की एक अदालत ने पश्चिम बंगाल के रानाघाट में एक कॉन्वेंट में डकैती के दौरान वृद्ध महिला के साथ बलात्कार करने के लिए एक बांग्लादेशी को मंगलवार को दोषी ठहराया।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कुमकुम सिन्हा ने एक ऐसे राज्य में इस घटना को शर्मनाक बताया, जहां सिस्टर निवेदिता और मदर टेरेसा ने लोगों के लिए काम किया।
सजा की घोषणा बुधवार को की जाएगी। न्यायाधीश ने कहा कि सामूहिक बलात्कार का आरोप साबित नहीं हो पाया और केवल नजरूल इस्लाम को बलात्कार का दोषी पाया गया। एक कॉन्वेंट में डकैती के अपराध में नजरूल इस्लाम समेत पांच आरोपियों को दोषी पाया गया। छठे व्यक्ति गोपाल सरकार को पांच अपराधियों को अपने घर में पनाह देने का दोषी पाया गया। (भाषा)