चतरा। झारखंड में चतरा जिले के नक्सल प्रभावित लावालौंग थाना क्षेत्र में मंगलवार को 10 लाख के इनामी नक्सली जोनल कमांडर परमजीत उर्फ सोनू दास की हत्या कर दी गई। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि नक्सली परमजीत का शव पुलिस ने टिकदा गांव के समीप जंगल से बरामद किया है।
मृतक परमजीत उर्फ सोनू दास माओवादी संगठन के लिए काम करता था। हालांकि उसने हाल के दिनों में संगठन से हटकर झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) नाम से अपना संगठन खड़ा किया था, जिसके बाद क्षेत्र में विकास योजनाओं में लगे ठेकेदारों, कोयला व्यवसायियों के अलावा कोयलांचल में आतंक फैलाकर लेवी वसूलने की फिराक में जुटा था। परमजीत की हत्या के बाद इलाके में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर खूनी संघर्ष होने की आशंका भी जताई जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि शव देखने से प्रतीत होता है कि अन्यत्र हत्या करने के बाद शव को टिकदा गांव के पास जंगल में फेंक दिया गया है। परमजीत के कमर एवं सीने में गोली लगने के निशान मिले हैं। परमजीत दास काफी पहले से नक्सली संगठन में सक्रिय था। वर्ष 2017 में उसने भाकपा माओवादी संगठन को छोड़ जेजेएमपी बनाया।
2018 में परमजीत दास चतरा के प्रतापपुर में ज्यादा सक्रिय था। चतरा और पलामू के अलावा बिहार के गया सीमावर्ती क्षेत्र में भी वह सक्रिय था। विभिन्न थानों में परमजीत दास के खिलाफ कई मामले दर्ज थे।
इस घटना को नक्सलियों ने अंजाम दिया या फिर इसके पीछे अपराधियों का हाथ है, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।(वार्ता)