रोहतक। देश की राजधानी दिल्ली से लगभग 60 किलोमीटर दूर हरियाणा के रोहतक में एक दिल दहला देने वाली घटना में गैंगरेप के 5 आरोपियों ने 3 साल बाद उसी दलित युवती को कथित रूप से अगवा कर उसके साथ फिर गैंगरेप किया और उसे मरने के लिए झाड़ियों में फेंककर भाग गए।
20 वर्षीय दलित युवती के परिजनों ने बताया कि सभी आरोपी 20 से 30 साल की उम्र के हैं और फिलहाल जमानत पर आजाद हैं। वे उनसे वर्ष 2013 के पिछले गैंगरेप मामले में समझौता करने के लिए दबाव डाल रहे थे और उन्होंने इसी बात की सजा इस लड़की को दी कि वह कोर्ट में उनके खिलाफ मुकदमा लड़ रही है।
युवती ने NDTV को बताया कि मैं कॉलेज से बाहर आई थी और ये 5 लोग कार में थे। 3 लोग कार के भीतर बैठे थे और 2 बाहर खड़े थे। पीड़िता के अनुसार इसके बाद उन्होंने उसे कार में खींच लिया, उसे नशीली दवा पिला दी और उसकी बेहोशी की हालत में उसके साथ बलात्कार किया। पीड़िता ने बताया कि उसके बाद वे उसे झाड़ियों के पास फेंककर चले गए।
3 साल पहले हुई गैंगरेप की वारदात के बाद रोहतक में आकर बस गए पीड़िता के परिवार के मुताबिक पांचों आरोपी, जो ऊंची जाति के हैं, परिवार को 50 लाख रुपए लेकर मामले में समझौता करने के लिए धमका रहे थे। पीड़िता की मां ने बताया कि हम भिवानी में रहा करते थे। वारदात के बाद हम खुद को इन लोगों से बचाने के लिए भागकर रोहतक आ गए थे। मैं अपने बच्चों को पढ़ाना चाहती थी।
पुलिस का कहना है कि युवती को रोहतक के सुखपुरा चौक इलाके में झाड़ियों में पड़ा पाया गया और फिर उसने शिकायत दर्ज कराई तथा अब वह अस्पताल में है। पुलिस अधिकारी गरिमा ने कहा कि हम एफआईआर दर्ज करेंगे। आरोपियों की तलाश के लिए एक टीम भिवानी भेज दी गई है। (भाषा)