मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को हाथरस की 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मौत की तुलना पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के हो रहे उत्पीड़न से की। राउत ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में एक लेख में अभिनेत्री कंगना रनौत पर उनके 'मुंबई- पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके)' टिप्पणी को लेकर भी कटाक्ष किया। उन्होंने सवाल किया कि अभी तक किसी ने हाथरस को पाकिस्तान क्यों नहीं कहा है?
राउत ने कहा कि हाथरस पीड़िता कोई सेलिब्रिटी नहीं थी और वह ड्रग्स भी नहीं लेती थी। उसने करोड़ों रुपए खर्च करके कोई अवैध निर्माण नहीं किया था। वह एक साधारण लड़की थी जिसके शव को रात में अवैध रूप से जला दिया गया था। यह सब योगी (उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के) रामराज्य में हुआ।
उन्होंने अपने साप्ताहिक कॉलम में लिखा कि हम सुनते हैं कि ऐसी घटनाएं पाकिस्तान में होती हैं, जहां हिन्दू लड़कियों का अपहरण किया जाता है और बलात्कार करने के बाद उनकी हत्या कर दी जाती है। हाथरस में जो हुआ, वह कुछ अलग नहीं था। अब तक किसी ने हाथरस को पाकिस्तान नहीं कहा है। राउत ने कहा कि बलात्कार पीड़िता की पहचान कभी भी उजागर नहीं होनी चाहिए, लेकिन एक अस्पताल में हाथरस पीड़िता की तस्वीर वितरित की गई।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कंगना रनौत की मुंबई और महाराष्ट्र के खिलाफ बेबुनियाद टिप्पणियों का समर्थन किया और उनके लिए न्याय की मांग की, जब उनके अवैध निर्माण को पिछले महीने (मुंबई के नगर निकाय द्वारा) गिराया गया था, वे अब चुप हैं और जब हाथरस पीड़िता के लिए न्याय की मांग का समय आया तो गायब हो गए हैं। (भाषा इनपुट)