नई दिल्ली/ लखनऊ। हाथरस मामले को लेकर कांग्रेस आज सोमवार को देशभर में सत्याग्रह करेगी, वहीं मामले को लेकर उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर देश और प्रदेश में भी जातीय और सांप्रदायिक दंगा भड़काने का आरोप लगाया है। उप्र पुलिस ने सोशल मीडिया पर हाथरस के बहाने योगी को बदनाम करने की साजिश करने का खुलासा किया है। हाथरस में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और मौत के मामले में विपक्ष ने योगी सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज कर दिया है।
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट : उत्तरप्रदेश पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ के संबंध में कथित तौर पर आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने, उनकी छवि खराब करने का प्रयास
करने और जातीय विद्वेष को भड़काने को लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरप्रदेश पुलिस की ओर से लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए, 153-बी (किसी भी जाति, समुदाय आदि के विरुद्ध किसी भी प्रकार से बोलना, लिखना और नफरत फैलाना) समेत कई गंभीर धाराओं में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस की तहरीर में मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की साजिश और जातीय विद्धेष भड़काने का आरोप है।
सोशल मीडिया पर साजिश : पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) मध्य क्षेत्र सोमेन वर्मा ने बताया कि 'सोशल मीडिया के
जरिए विभिन्न समुदायों में वैमनस्य फैलाने, सामाजिक सौहार्द पर प्रतिकूल प्रभाव डालने और धार्मिक भावनाओं
को आहत करने जैसे कुत्सित प्रयास पर हजरतगंज कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया है। वर्मा ने कहा कि
'इस मामले की जांच करने के लिए 3 टीमें बनाई गई हैं। एक टीम साइबर सेल की भी है। यह प्रयास किया
जा रहा है कि जिस व्यक्ति के अकाउंट से फेसबुक पर अवांछित टिप्पणी और साजिश की गई है, उसका नाम
उजागर हो।' डीसीपी ने इस मामले में जल्द सच्चाई सामने लाने का दावा किया।
हजरतगंज कोतवाली के नरही चौकी प्रभारी की ओर से दी गई तहरीर पर धारा 153-ए, 153-बी, 420
(धोखाधड़ी) 465 (जालसाजी) 468 (छल के लिए दस्तावेजों का प्रयोग) 469 (जालसाजी से किसी की ख्याति
की अपहानि) 500 (किसी की मानहानि) 500 (1) (बी) 505 (2) 66 और 63 (सूचना संबंधित अपराध) के तहत
अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
फर्जी समाचार के साथ स्क्रीन शॉट : अपनी तहरीर में चौकी प्रभारी ने बताया है कि 'सोशल मीडिया पर मुन्ना
यादव नाम के उपयोगकर्ता के अकाउंट के साथ एक न्यूज चैनल के फर्जी समाचार का स्क्रीन शॉट संलग्न है
जिसमें मुख्यमंत्री की छवि खराब करने का प्रयास किया गया है।' तहरीर में लिखा है कि 'स्क्रीन शॉट में मुख्यमंत्री
की फोटो के साथ यह बयान दिया गया है कि 'ठाकुरों से गलतियां हो जाती हैं- योगी।' चौकी प्रभारी ने तहरीर में
यह आशंका जताई है कि इससे लोक शांति भंग हो सकती है।
मंत्री ने कहा उजागर हुआ विपक्ष का चेहरा : उत्तरप्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री और भाजपा के प्रमुख
दलित नेता रमापति शास्त्री ने हाथरस मामले पर कहा है कि 'विपक्ष गैरजिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है। विपक्ष
के ट्वीट, ऑडियो टेप और पुरानी घटनाएं दंगे की साजिश की ओर इशारा कर रही हैं। विपक्ष जातीय दंगे कराना
चाहता है। वह नहीं चाहता कि सच सामने आए। सत्तारूढ़ भाजपा के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह पूरी तरह
विपक्ष की साजिश है, इसीलिए सीबीआई जांच की संस्तुति और नार्को-पॉलीग्राफ टेस्ट की जांच की घोषणा से बहुत से लोगों के होश उड़ गए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि हाथरस मामले में जांच एजेंसियों को योगी सरकार के खिलाफ खतरनाक साजिश के सुराग मिले हैं। यह जातीय और सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने की कोशिश है। प्रमाण मिलने पर ही मामला दर्ज किया गया है। यह साजिश मुख्यमंत्री द्वारा माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से परेशान तत्वों ने की है।
विपक्ष पर दंगे भड़काने का आरोप : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में रविवार की शाम को बिना
किसी का नाम लिए प्रतिक्रिया व्यक्त की। योगी ने कहा कि जिसे विकास अच्छा नहीं लगता, वे देश और प्रदेश
में भी जातीय और सांप्रदायिक दंगा भड़काना चाहते हैं। इस दंगे की आड़ में विकास रुकेगा। योगी ने कहा कि इस
दंगे की आड़ में राजनीतिक रोटियां सेंकने का उन्हें अवसर मिलेगा। इसलिए वे नए षड्यंत्र करते रहते हैं और इन
सभी षड्यंत्रों के प्रति पूरी तरह आगाह होते हुए हमें विकास की इस प्रक्रिया को तेजी के साथ आगे बढ़ाना है।
कांग्रेस का सत्याग्रह : राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के हाथरस के पीड़ितों से मुलाकात करने के 1 दिन
बाद पार्टी ने घोषणा की कि उनके लिए न्याय की मांग को लेकर देशभर में राज्यों के जिला मुख्यालयों पर
सोमवार को 'सत्याग्रह' किया जाएगा।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि प्रदेश कांग्रेस समितियां पीड़िता और उसके परिवार के लिए न्याय की मांग को लेकर और उत्तरप्रदेश सरकार की क्रूर और मनमानी कार्रवाई के खिलाफ महात्मा गांधी/ अंबेडकर प्रतिमाओं पर मौन सत्याग्रह करेगी।
'सत्याग्रह' में वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी और आम कार्यकर्ता शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा दिखाई गई बेशर्मी और अमानवीयता ने पीड़िता की गरिमा को ठेस पहुंचाई। (इनपुट भाषा)