लखनऊ। उत्तरप्रदेश के हाथरस में गुड़िया (काल्पनिक) के साथ हमें जघन्य अपराध के बाद जहां पूरा प्रदेश एक होकर योगी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर प्रदर्शन कर रहा है और विपक्ष योगी सरकार को कठघरे में खड़ा कर सवाल पर सवाल पूछ रहा है, लेकिन योगी सरकार के पास किसी भी सवालों का जवाब नहीं था। इसके चलते प्रदेश में योगी सरकार की जमकर किरकिरी हो रही थी।
विपक्ष के सवालों से घिर चुके योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कड़े दिशा निर्देश देते हुए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी एचसी अवस्थी हाथरस जाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी एचसी अवस्थी ने हाथरस पहुंचकर गुड़िया (काल्पनिक) के परिजनों से मुलाकात कर उनकी सारी बातों को विस्तार से सुना और समझा था और भरोसा दिलाया था कि उनकी बेटी को न्याय मिलेगा और निष्पक्ष जांच होगी।
इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने देर शाम सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है और अब जल्द ही हाथरस मामले की जांच सीबीआई कर सकती है। बताते चलें कि पीड़ित परिजन लगातार जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन पर आरोप पर आरोप लगा रहे थे और एसआईटी की जांच पर कतई भरोसा न होने की बात भी कह रहे थे और तो और उन्होंने निष्पक्ष जांच कराने के लिए योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हाथरस पहुंचे अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी एचसी अवस्थी से भी मांग की थी।
इसके बाद देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा फैसला लेते हुए हाथरस कांड की जांच सीबीआई को सौंपने का निर्णय ले लिया और मुख्यमंत्री कार्यालय उत्तरप्रदेश के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के माध्यम से जानकारी दी गई है कि 'मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने संपूर्ण हाथरस प्रकरण की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए हैं।
कुछ देर के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्सनल ट्विटर अकाउंट से बयान जारी करते हुए कहा है कि 'हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण घटना और जुड़े सभी बिंदुओं की गहन पड़ताल के उद्देश्य से उत्तरप्रदेश सरकार ने इस प्रकरण की विवेचना केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के माध्यम से कराने की संस्तुति कर रही है। इस घटना के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को कठोरतम सजा दिलाने के लिए हम संकल्पबद्ध हैं।