जम्मू। अफगानिस्तान में तालिबानियों के कब्जे के बाद पाक सेना ने अपनी उन सीमा चौकियों पर आतंकियों का जमावड़ा कर एक बार फिर हलचल तेज की है, जो एलओसी से सटी हुई हैं और जिनका इस्तेमाल कई सालों से लांचिंग पैडों की तरह किया जा रहा था। यही नहीं, अब उसने आतंकियों को इस ओर धकेलने की खातिर घुसपैठ की कोशिशों को कवर फायर देकर भी सीजफायर का उल्लंघन किया है। इस साल फरवरी में दोनों देशों के बीच सीजफायर को लेकर हुए पुन: समझौते के बाद एलओसी पर पाक गोलीबारी का यह पहला अवसर था।
रक्षा प्रवक्ता के बकौल, गुरुवार देर रात को पुंछ में नियंत्रण रेखा पर स्थित कृष्णा घाटी सेक्टर में कुछ आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सेना की मदद से घुसपैठ का प्रयास किया, परंतु सीमा पर नजर गढ़ाए बैठे भारतीय जवानों ने उनके इस प्रयास को विफल बना दिया।
सूत्रों का कहना है कि घुसपैठ का यह प्रयास गुरुवार देर रात किया गया। रात के अंधेरे में कुछ आतंकवादियों ने जब नियंत्रण रेखा को लांघ भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास किया तो भारतीय जवानों ने उन्हें चेतावनी दी। इसके बाद भी जब नहीं माने तो भारतीय जवानों ने गोलीबारी शुरू कर दी। गोलीबारी होते ही आतंकवादी वापस लौट गए। घुसपैठ की इस घटना के बाद सुरक्षाबलों ने रात में ही सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि कृष्णा घाटी सेक्टर में पुलिस व सेना का सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। इस बात की पड़ताल की जा रही है कि कहीं कोई आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर इस ओर तो नहीं घुस आया। फिलहाल अभियान जारी है।
एलओसी पर घुपैठ की कोशिश को नाकाम बनाना कोई बड़ी खबर नहीं है बल्कि चिंता की बात यह है कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद पाक सेना ने एक बार एलओसी को गर्माने का इरादा लेकर आतंकियों को लांचिंग पैडों पर शिफ्ट करना आरंभ किया है और वह उन्हें सर्दियों से पहले इस ओर धकेलने को उतावली है। जिसके लिए वह कवर फायर की नीति अपनाने हुए सीजफार की धज्जियां उड़ाने को भी नहीं झिझक रही है।