मध्यप्रदेश सरकार शहीद जवान की पत्नी और माता-पिता के बीच अनुग्रह राशि आधा-आधा बांटेगी : मुख्यमंत्री मोहन यादव

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 20 जुलाई 2024 (11:22 IST)
Statement of Chief Minister Mohan Yadav regarding the ex-gratia amount of martyr soldier : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की है कि राज्य पुलिस के किसी जवान के शहीद होने की स्थिति में दी जाने वाली एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि मृतक की पत्नी और माता-पिता के बीच बराबर-बराबर बांटी जाएगी।
 
मुख्यमंत्री के हवाले से शुक्रवार को एक अधिकारी ने बताया, हमने निर्णय लिया है कि राज्य पुलिस के किसी जवान के शहीद होने की स्थिति में दी जाने वाली एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि उसकी पत्नी और माता-पिता के बीच 50:50 के अनुपात में बांटी जाएगी।
ALSO READ: मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का होगा विस्तार, प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थल जोड़े: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
यह निर्णय हाल में शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के माता-पिता द्वारा दिवंगत अधिकारी की पत्नी के कथित तौर पर घर से चले जाने के बाद ‘नेक्स्ट ऑफ किन’ (एनओके) नियमों में संशोधन की मांग किए जाने पर उठे विवाद के मद्देनजर महत्वपूर्ण है।
ALSO READ: मध्यप्रदेश में बनेगा दिल्ली की तरह एयर कार्गो हब :मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
शहीद कैप्टन को सेना चिकित्सा कोर में कमीशन दिया गया था और उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर में आग लगने की घटना से जूझते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए और उन्हें मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Big Breaking : कोलकाता कांड में CBI का बड़ा एक्शन, RG कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष गिरफ्तार

Jharkhand : भर्ती के दौरान हुई मौतों पर विरोधाभासी आंकड़े, प्रदेश भाजपा ने किया यह दावा...

जाति जनगणना पर आया SC का फैसला, याचिका पर सुनवाई से इनकार, कहा- यह नीतिगत मामला

REIT पर टिप्पणी से SEBI प्रमुख माधबी ने किया इनकार, बोलीं- कुछ कहूंगी तो लगेगा यह आरोप...

Caste Census पर RSS के बयान पर कांग्रेस का रिएक्शन, बताया BJP और संघ क्यों कर रहे हैं विरोध

सभी देखें

नवीनतम

छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 154 नक्सली मारे गए

छत्तीसगढ़ के बस्तर में मुठभेड़, 9 नक्सली ढेर

बंगाल विधानसभा में एंटी रेप बिल पास, CM ममता ने कहा - क्या होगा अगर मैं प्रधानमंत्री, गृहमंत्री के खिलाफ नारे लगाऊं

पंपोर में केसर की घटती पैदावार क्यों बना चुनावी मुद्दा?

जातिगत जनगणना पर RSS के रुख के बाद क्या मोदी सरकार पर बढ़ेगा दबाव?

अगला लेख