लखनऊ। उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन को लेकर चलाई जा रही मुहिम को रोकने के लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ऐसा करने वाले लोगों से बेहद सख्ती के साथ निपटा जाएगा।जिसके बाद से उत्तर प्रदेश की पुलिस,एटीएस व अन्य एजेंसी तेजी के साथ पूरे मामले की छानबीन कर रही हैं। जांच के दौरान एक बड़ा खुलासा हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार धर्म परिवर्तन कराने को लेकर चला रही मुहिम में कुछ बाहरी ताकतें अपने नापाक इरादों को लेकर फंडिंग के साथ-साथ पूरी तरह से मदद मुहैया करा रहे थे, इसके पीछे फंडिंग कर रहे लोगों का मुख्य उद्देश्य धर्मांतरित हो चुके मूक-बधिर बच्चों को जिहादी गतिविधियों में इस्तेमाल करने का था, जिसके पुख्ता सबूत जांच के दौरान पुलिस टीम को मिल चुके हैं।
अभी तक की जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण का मास्टरमाइंड मोहम्मद उमर गौतम दे़श के 24 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में धर्मांतरण करा चुका है।एजेंसियों को इसके पुख्ता प्रमाण मिले हैं। ये भी पता चला है कि वह हिंदू ही नहीं, ईसाई, जैन और सिख परिवारों के बच्चों का भी बड़ी संख्या में धर्मांतरण करा चुका है, लेकिन उसका मुख्य निशाना खासतौर पर मूक-बधिर बच्चे ही थे।
जिसके लिए ऐसे बच्चों को अलग तकनीकी से पढ़ाने के लिए धर्मांतरण गिरोह ने अपने टीचर प्लांट कर रखे थे। गौरतलब है कि एटीएस ने धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह के दो आरोपियों को नोएडा से गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से लगातार पूछताछ में कई ऐसे खुलासे हुए हैं, जो बेहद चौंकाने वाले हैं।