मुंबई। महाराष्ट्र में 'हनुमान चालीसा' विवाद ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है। अब उद्धव ठाकरे के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को नीच तक कह दिया। दूसरी ओर, राणा दंपत्ति ने एफआईआर रद्द करने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पुलिस ने राजद्रोह की धारा 124-A लगाई है।
ठाकरे सरकार में मंत्री वडेट्टीवार ने चंद्रपुर में आयोजित एक आरोग्य शिविर कार्यक्रम में कहा कि नवनीत राणा और रवि राणा ने जानबूझकर मुंबई में अशांति फैलाई है। उन्होंने कहा कि नवनीत कहती हैं कि उद्धव ठाकरे को हनुमान चालीसा पढ़नी ही चाहिए, यदि वे नहीं पढ़ेंगे तो हम मातोश्री जाकर उन्हें पढ़ाएंगे।
उन्होंने अभद्रता पर उतरते हुए कहा कि तेरे बाप का क्या जाता है? तुझे जो बोलना है बोल, जहां पढ़ना है जाके पढ़, लेकिन उद्धव ठाकरे को नहीं बोलना चाहिए। तेरे बाप का नौकर है क्या? ऐसे नीच, चोट्टे आपस में झगड़ा करवाने के लिए हनुमान चालीसा पढ़वा रहे हैं। उन्होंने अन्य शब्दों का भी उपयोग किया, जिसे यहां लिखा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि भारत में हर घर में लोग हनुमान चालीसा पढ़ते हैं।
बदसलूकी का आरोप : दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि महिला सांसद नवनीत राणा से बदसलूकी की जा रही है। उन्होंने कहा कि ठाकरे सरकार बेहद असहिष्णु है। फडणवीस ने कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा से आखिर कैसे किसी पर देशद्रोह का केस लगाया जा सकता है। यदि हनुमान चालीसा पढ़ना देशद्रोह तो फिर हम सभी पढ़ेंगे। पूर्व सीएम ने कहा कि राणा पर जातिगत आधार पर टिप्पणियां की जा रही हैं। उन्हें न तो पानी दिया जा रहा है और न ही जेल में वॉशरूम का इस्तेमाल करने दिया जा रहा है।