महाराष्ट्र के सियासी घमासान के बीच एकनाथ शिंदे सेना के वार-पलटवार के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर इमोशनल कार्ड खेला है। ठाकरे ने कहा कि यह याद रखना जरूरी है कि कौन किस समय कैसा व्यवहार करेगा। एकनाथ शिंदे पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं बीमार था और कुछ लोगों ने दुआ की कि मैं ठीक न होऊं।
खबरों के अनुसार, एकनाथ शिंदे की बगावत और पार्टी में संकट के बीच ठाकरे ने कहा कि मैंने एकनाथ शिंदे के लिए क्या-क्या किया। मैंने शहरी विकास का मंत्रालय दिया, मैंने अपने हिस्से के 2 मंत्रालय उनके हवाले कर दिए थे। बुरे आरोपों के बावजूद मैंने संजय राठौर का ख्याल रखा और इन लोगों ने ऐसा किया है।
यही नहीं बीमारी का हवाला देते हुए उद्धव ठाकरे भावुक नजर आए।ठाकरे ने कहा कि यह याद रखना जरूरी है कि कौन किस समय कैसा व्यवहार करेगा। एकनाथ शिंदे पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं बीमार था और कुछ लोगों ने दुआ की कि मैं ठीक न होऊं।
ठाकरे ने कहा कि मैंने सीएम आवास जरूर छोड़ दिया है, लेकिन लड़ाई नहीं छोड़ी है।ठाकरे ने अपने परिवार को शिवसेना की जड़ बताते हुए कहा कि वे लोग शिवसेना और ठाकरे फैमिली के बिना कुछ नहीं कर पाएंगे।उन्होंने कहा कि यह जो स्थिति पैदा हो गई है, उसके बारे में तो हमने सपने में भी नहीं सोचा था।
इस बीच आदित्य ठाकरे ने कहा कि इससे पहले भी लोग शिवसेना को धोखा दे चुके हैं। उद्धव ठाकरे ने पिछले ढाई साल में जो काम किया है, लोग उस काम का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि वे एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो महाराष्ट्र में अखंडता और शांति बनाए रखते हैं।