उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में जेल में बंद दो सिपाहियों प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में अब प्रदेशभर के सिपाही सामने आ गए हैं। इससे विवेक की पत्नी कल्पना आहत हैं। उन्होंने कहा कि मेरी सिपाहियों से कोई दुश्मनी नहीं है। मैं तो बस अपने पति के लिए इंसाफ मांग रही हूं।
खबरों के मुताबिक, विवेक तिवारी हत्याकांड के आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार के पक्ष में लामबंद हुए सिपाहियों के काला दिवस मनाने पर विवेक की पत्नी कल्पना काफी आहत हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सिपाहियों से कोई दुश्मनी नहीं है। वे तो बस अपने पति के लिए इंसाफ मांग रही हैं। कल्पना ने एसआईटी जांच पर पूरा भरोसा जताया है।
कल्पना ने विरोध करने वाले सिपाहियों से सवाल भी किया कि उनके परिवार के साथ अन्याय हुआ। वह इंसाफ मांग रही हैं, ऐसे में वह लोग क्यों आरोपियों के साथ हैं। क्या सिपाही ने उनके पति की हत्या कर दी, यह उन्हें सही लग रहा है।
योगी सरकार हुई सख्त, 3 थानेदारों पर गिरी गाज : हत्याकांड मामले में जेल में बंद दो सिपाहियों प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार के खिलाफ कार्रवाई का विरोध करने पर डीजीपी ने लखनऊ के तीन थानेदारों को हटा दिया और इन्हीं थानों के तीन सिपाहियों को निलंबित भी कर दिया है।
काली पट्टी बांधे सिपाहियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद डीजीपी ने कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के फौरन बाद प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, डीजीपी ओपी सिंह और मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे को बुलाकर अपनी नाराजगी जताई।
डीआइजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि लखनऊ, सीतापुर सहित कई अन्य जिलों की तस्वीरें भी वायरल हुई हैं, जिनके बारे में जांच की जा रही है। गौरतलब है कि कुछ संगठनों ने 5 अक्टूबर को काला दिवस मनाने की मुहिम सोशल मीडिया पर शुरू की थी। इसका असर राजधानी में देखने को मिला।