असम की 65 औऱ पश्चिम बंगाल की 18 सीटों पर आज पहले चरण की वोटिंग शुरू हो गई। सुबह 7 बजे से ही मतदान की प्रक्रिया आरंभ हो गई। लोगों की लंबी कतारें तमाम बूथों पर देखी जा रही हैं। पश्चिम बंगाल में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा।
असम में 65 और पश्चिम बंगाल में 18 सीटों पर मतनान चल रहा है। पश्चिम बंगाल के मिदनापुर, बांकुर, झारग्राम और पुरलिया नक्सल क्षेत्र में मतदान हो रहा है जबकि असम के जोरहट जिले में भाजपा कांग्रेस को टक्कर देगी।
असम की 65 सीटों पर 539 उम्मीदवार मैदान में है। असम में दोनों पार्टियों के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार जोरहाट जिले से मैदान में हैं। माजुली से बीजेपी के सर्बानंद सोनोवाल हैं और तीताबोर से मुख्यमंत्री तरुण गोगोई चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान को देखते हुए भारत-बांग्लादेश की सीमा को सील कर दिया गया है। इसके साथ ही पूरे इलाके में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं। इसके साथ ही वोटरों की सुविधा के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं।
असम में विधानसभा की कुल 126 सीटें हैं। यहां दूसरे चरण की वोटिंग 11 अप्रैल को होगी। इस बीच पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भाजपा उम्मीदवार रूपा गांगुली के सामने ही भाजपा के दो गुटों में जमकर मारपीट का मामला सामने आ गया है। हालांकि गांगुली ने कहा कि ‘हम मामले को सुलझा लेंगे।’
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव : पश्चिम बंगाल विधानसभा के छह चरणीय चुनाव के पहले चरण के तहत वामपंथी चरमपंथ से प्रभावित क्षेत्रों के 18 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हो रहा है। माओवादियों की ओर से किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए पश्चिमी मिदनापुर, पुरूलिया और बांकुरा जिलों में कड़ी बहु-स्तरीय सुरक्षा का घेरा बनाया गया है।
चुनाव के चरण 1 (अ) के जरिए कुल 133 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला होना है, जिनमें 11 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। आज जिन 18 सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 13 सीटों को चुनाव आयोग ने वामपंथी चरमपंथ से प्रभावित क्षेत्र करार दिया है। सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते इन सीटों पर मतदान जल्दी यानी दोपहर चार बजे संपन्न हो जाएगा। शेष पांच निर्वाचन क्षेत्रों- पुरूलिया, मनबाजार, काशीपुर, पारा और रघुनाथपुर में मतदान दो घंटे अतिरिक्त यानी शाम छह बजे तक चलेगा। इन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की कुल संख्या 40 लाख से कुछ उपर (40,09,171) है। इनमें से 20,47,202 पुरुष मतदाता हैं। तीसरे लिंग वाली श्रेणी में सिर्फ 16 मतदाता हैं।
पहले चरण में 48,000 से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है। पहले चरण के मतदान में सत्तारूढ कांग्रेस और भाजपा-अगप-बीपीएफ गठबंधन में मुख्य रूप से सीधा मुकाबला होगा। हालांकि एआईयूडीएफ ने 27 विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।
कांग्रेस पहले चरण में सभी 65 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि भाजपा 54 और उसकी गठबंधन सहयोगी अगप 11 और बीपीएफ तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एआईयूडीएफ 27, भाकपा और माकपा 10-10 और भाकपा माले (लिबरेशन) छह सीटों पर चुनाव लड़ रही है। गैर मान्यता प्राप्त दलों के भी 60 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जबकि 13 निर्दलीय भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
पहले चरण में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री तरण गोगोई टीटाबोर से, निवर्तमान विधानसभा के अध्यक्ष प्रणब गोगोई शिबसागर से और पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं प्रमुख आदिवासी नेता पबन सिंह घाटोवार चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा की ओर से पहले चरण में केंद्रीय मंत्री एवं पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सर्बनंदा सोनोवाल माजूला से और सांसद कामाख्या प्रसाद तासा टीटाबोर से चुनावी मैदान में हैं। अगप के कार्यवाहक अध्यक्ष अतुल बोरा भी चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस लगातार चौथे कार्यकाल के लिए सत्ता पर काबिज रहने के लिए चुनाव लड़ रही है, दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि विकास के लिए ‘परिवर्तन’ आवश्यक है।