यवतमाल। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में एक महिला ने एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में चिकित्साकर्मियों के मौजूद न होने के कारण उसके बाहर ही बच्चे को जन्म दे दिया और जन्म के तुरंत बाद नवजात की मौत हो गई। महिला के परिवार ने यह आरोप लगाया है। बहरहाल एक स्वास्थ्य अधिकारी ने दावा किया कि महिला को देर से पीएचसी लाया गया था।
यह घटना शुक्रवार को उमरखेड़ तहसील के विदुल में हुई। महिला के पिता ने पत्रकारों को बताया कि वह उसे एक ऑटोरिक्शा से पीएचसी लेकर आए, क्योंकि जब उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो वे उसके लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं करा पाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जब वे पीएचसी पहुंचे तो वहां न कोई डॉक्टर था और न ही कोई अन्य चिकित्साकर्मी था।
उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने पीएचसी के बाहर बरामदे में ही बच्चे को जन्म दे दिया और कुछ वक्त बाद ही नवजात की मौत हो गई। जिला स्वास्थ्य अधिकारी प्रह्लाद चव्हाण ने हालांकि दावा किया कि पीएचसी में एक चिकित्सा अधिकारी और नर्स मौजूद थीं लेकिन महिला को देर से वहां लाया गया। उन्होंने कहा कि वह शनिवार को पीएचसी का दौरा करेंगे और मामले की पड़ताल करेंगे।(भाषा)