देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस में बीजेपी छोड़कर यशपाल आर्य और संजीव आर्य के कांग्रेस में शामिल होने को बीजेपी के लिए एक जोरदार झटका माना जा रहा है।इस मौके पर हरीश रावत ने साफ कहा कि आज का दिन कांग्रेस के लिए और उत्तराखंड के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यशपाल आर्य जो अभी कुछ घंटे पहले तक उत्तराखंड सरकार में मंत्री थे बीजेपी की कोर कमेटी के मेंबर रहे हैं। संजीव आर्य भी अपनी शख्सियत अलग रखते हैं। इन्होंने कांग्रेस जॉइन करने का फैसला लिया है।
यशपाल आर्य ने इस दौरान साफ़ कहा कि कांग्रेस में शामिल होकर वे घर वापसी जैसा महसूस कर रहे हैं।यशपाल आर्य ने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी है, जो दलितों, मजदूरों और गरीबों की आवाज को उठा सकती है।यशपाल आर्य ने कहा कि निश्चित रूप से आज का दिन मेरे लिए महत्वपूर्ण दिन है।
आज हमारे नेता, हमारे लीडर राहुल गांधी जी से मेरी मुलाकात हुई।उनके आशीर्वाद से मुझे कांग्रेस के पवित्र मंदिर में आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।यशपाल ने कहा कि मेरी राजनीतिक पारी कांग्रेस से शुरू हुए 40 साल हो गए।उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड में कांग्रेस की राजनीति को मैंने कांग्रेस की नजरों से ही देखा है।
यशपाल ने कहा, मुझे एक नहीं दो बार कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सोनिया जी ने काम करने का मौका दिया।आज कांग्रेस परिवार में हम लोग आए हैं, निश्चित रूप से मेरा धर्म होगा और कर्म भी कांग्रेस को स्थापित करने में उत्तराखंड में पूरे मन से काम करूंगा।उनके अनुसार कांग्रेस ही ऐसा दल है जिसका अपना इतिहास है। कांग्रेस मजबूत होगी तो लोकतंत्र मजबूत होगा, यही सच है।
यशपाल ने कहा कि मैं दलित और शोषित समाज की आवाज उठाने का काम करूंगा, मैं उनकी आवाज बनूंगा। लेकिन उन्होंने बीजेपी के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला।
राजनीतिक प्रेक्षक मान रहे हैं कि यशपाल के कांग्रेस में आने से आगामी विधानसभा चुनाव में बिखरा हुआ दलित वोट वापस कांग्रेस को मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। खटीमा, बाजपुर, नैनीताल, भीमताल, सोमेश्वर, बागेश्वर, गंगोलीहाट जैसी सीटों पर इसका सीधा असर पड़ सकता है।इन विधानसभा सीटों में से कई में यशपाल आर्य ने खुद चुनाव लड़ा है।