उत्तरप्रदेश में किसानों की कर्जमाफी के बाद अपनी पीठ ठोंक रही है, लेकिन कर्जमाफी के साथ ही किसानों के साथ मजाक भी किया जा रहा है। किसानों को कर्ज माफी के जो प्रमाण-पत्र बांटे जा रहे हैं, वे किसी मजाक से कम नहीं हैं। कई किसानों को 10, 20, 50 या 100-200 रुपए की कर्जमाफी के प्रमाण-पत्र दिए गए हैं।
खबरों के मुताबिक ऐसे कई मामले पूरे सूबे से आ रहे हैं। इसमें कर्जमाफी के सर्टिफिकेट को देखकर किसानों के होश उड़े हुए हैं। सरकार के मंत्री अपनी-अपनी दलीलें देकर मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार के एक मंत्री कह रहे हैं कि यह तकनीकी चूक है, तो दूसरा मंत्री कह रहा है कि सब ठीक है और जितने का सर्टिफिकेट मिला है, वह दरअसल वह रकम है, जो किसानों के कर्ज चुकाने के दौरान बाकी रह गई। जिलाधिकारी जांच की बात कह रहे हैं।