हुर्रियत नेताओं के सिर काटकर लाल चौक पर लटका देंगे : मूसा

Webdunia
शनिवार, 13 मई 2017 (12:53 IST)
श्रीनगर। कश्मीर में सोशल मीडिया में एक ऑडियो स्लाइड शो सामने आया है जिसमें हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर जाकिर मूसा अलगाववादी नेताओं को धमकी देने के साथ ही घाटी में इस्लामी खलीफा का साम्राज्य स्थापित करने की बात कर रहा है। पुलिस महानिदेशक एसपी वैद्य ने कहा कि ऑडियो में सुनाई दे रही आवाज जाकिर मूसा की ही है।
 
वैद्य ने बताया कि पुलिस ने स्वर विश्लेषण किया और मूसा के पहले के वीडियो और ऑडियो से उसका मिलान किया। उन्होंने कहा कि वह मूसा ही है। 5 मिनट 40 सेकंड के क्लिप में कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को चेतावनी दी गई है कि वे जम्मू-कश्मीर में खलीफा का साम्राज्य स्थापित करने की मुहिम के बीच में नहीं आएं। इसमें कहा गया है कि सीरिया और इराक की तर्ज पर जम्मू-कश्मीर में खलीफा का साम्राज्य स्थापित किया जाएगा।
 
यह क्लिप कश्मीर में आतंकवाद के खतरनाक रूप लेने के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। कश्मीर में अभी तक प्रदर्शन मुख्यत: स्वतंत्रता या पाकिस्तान में विलय को लेकर होते रहे हैं और इसका जोर इस्लाम पर या जिहाद से जुड़ाव पर नहीं रहा है।
 
कश्मीर में 1989 में आतंकवाद की शुरुआत के साथ ही हिजबुल मुजाहिदीन का गठन हुआ था। समूह में लगभग सभी स्थानीय युवक हैं और इसने हमेशा पाकिस्तान में शामिल होने का अभियान चलाया। क्लिप में वक्ता अलगाववादियों से कहता है कि या तो आतंकवादियों के साथ लड़ें या सशस्त्र संघर्ष के बारे में बयान देने से बचें। 
 
ऑडियो में मूसा ये कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि मैं सभी ढोंगी हुर्रियत नेताओं को वॉर्निंग देता हूं। वो किसी भी हाल में वो हमारे इस्लाम के संघर्ष में दखल न दें। अगर उन्होंने ऐसा किया तो हम उनके सिर काटकर लाल चौक पर लटका देंगे।
 
घाटी में आईएसआईएस के बढ़ते प्रभाव को हुर्रियत नेताओं द्वारा तवज्जो नहीं देने के बीच यह क्लिप सामने आई है। हिजबुल मुजाहिदीन के सुप्रीम कमांडर सैयद सलाउद्दीन ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर में आईएसआईएस, अल कायदा या तालिबान जैसे समूहों के लिए कोई स्थान नहीं है।
 
उसने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह स्थानीय और स्वदेशी है। इसका कोई अंतरराष्ट्रीय एजेंडा नहीं है। अल कायदा, दाएश या तालिबान की कश्मीर में कोई संलिप्तता या भूमिका नहीं है।
 
उर्दू भाषा के स्लाइड शो में इंडोनेशिया की जेल में बंद अबु बकर बशीर और यमन निवासी अनवर अल अवलाकी के उद्धरण हैं जिन्हें आईएसआईएस और अल कायदा की गतिविधियों का सरगना माना जाता है। (एजेंसी) 
Show comments

जरूर पढ़ें

सेक्‍स हाइवे पर नेताजी की डर्टी पिक्‍चर, अब सेक्‍स कांड में धाकड़ खुलासा, कौन है वीडियो में दिख रही महिला?

कौन हैं अनुष्का यादव, जिनके साथ 12 साल से रिलेशन में लालू पुत्र तेज प्रताप

प्रधानमंत्री को 60 लाख रुपए चाहिए, 1971 का एक सनसनीखेज घोटाला, जिसने देश को हिला दिया था

न तो सद्भावना है और न ही मि‍त्रता, फिर सिंधु जल संधि कैसी

लव जिहादी मोहसिन के दोनों भाई फरार, पूरा परिवार पुलिस के रडार पर

सभी देखें

नवीनतम

सिर्फ मनोरंजन के लिए ताश खेलना अनैतिक आचरण नहीं : सुप्रीम कोर्ट

Delhi में अवैध रूप से रह रहे 9 बांग्लादेशी गिरफ्तार, घुसपैठ के बाद गिरफ्तारी के डर से थे फरार

हिंदू मजबूत होंगे तभी दुनिया में... RSS प्रमुख मोहन भागवत ने क्यों कहा ऐसा

मध्य प्रदेश लीग स्थानीय क्रिकेटरों के सपनों को दे रही है उड़ान

भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जापान को पछाड़ा, प्रति व्यक्ति आय में हुई बढ़ोतरी

अगला लेख