बंगाल में दिमागी बुखार से 105 मौतें

Webdunia
बुधवार, 23 जुलाई 2014 (22:18 IST)
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कोलकाता। दिमागी बुखार से मंगलवार से तीन और लोगों की मौत के साथ उत्तर बंगाल के सात जिलों में इस बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर बुधवार को 105 हो गई।

पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सेवा निदेशक बिश्व रंजन सत्पथी ने बताया, कल के बाद से उत्तर बंगाल चिकित्सा कॉलेज अस्पताल (एनबीएमसीएच) में तीन और लोगों के मरने की खबर है। उन्होंने बताया कि जनवरी के बाद से राज्य में 370 से अधिक लोगों के इस बीमारी की चपेट में आने का पता चला है।

सत्पथी ने कहा, कल से 41 नए मामले सामने आए हैं। संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है। हमें उम्मीद है कि हम एक हफ्ते के अंदर हालात पर काबू पाने में सक्षम होंगे क्योंकि हम सभी सुरक्षात्मक उपाय कर रहे हैं।

राज्य सरकार ने प्रभावित जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है और बीमारी पर काबू पाने के लिए नगर पालिकाओं से नियमित रूप से स्वच्छता बनाए रखने एवं मच्छरों को भगाने के लिए धुआं छिड़कने जैसी गतिविधियां चलाने के लिए कहा गया है।

जलपाईगुड़ी जिला इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां बड़ी संख्या में सूअर पालन केंद्र होने की वजह से जिले के धूपगुड़ी और मोयनागुड़ी ग्रामीण इलाके सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं क्योंकि जापानी दिमागी बुखार यहीं से फैला है।

एनबीएमसीएच के अधीक्षक अमरेन्द्रनाथ सरकार ने कहा कि जनवरी के बाद से अस्पताल में दिमागी बुखार की वजह से 80 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 20 ने जापानी दिमागी बुखार की वजह से दम तोड़ा।

उन्होंने कहा कि इस समय अस्पताल में दिमागी बुखार से पीड़ित 42 लोगों का इलाज चल रहा है। (भाषा)

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