रामभद्राचार्य के खेद जताने से संत पड़े ठंडे

Webdunia
सोमवार, 9 नवंबर 2009 (01:24 IST)
तुलसी की रामचरितमानस में संशोधन को लेकर अयोध्या के संतों द्वारा चित्रकूट के तुलसी पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य के प्रति नाराजगी अंततः शांत हो गई है।

WD
स्वामी रामभद्राचार्य ने संतों को आश्वस्त किया है कि तुलसी पीठ द्वारा सम्पादित प्रतियों को हम अपने पास ही रखेंगे, अन्य प्रतियों को मान्य न समक्षें। प्राचीन प्रतियाँ जो पूर्व में प्रचलित थीं उन्हें मान्य माना जाए। पत्र की भाषा पर संतोष जताते हुए अयोध्या संत समाज ने स्वामी रामभद्राचार्य के खिलाफ विरोध का निर्णय निरस्त कर दिया।

रामभद्राचार्य के प्रतिनिधि के रूप में उनकी शिष्या व हाईकोर्ट की अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री के माध्यम से अयोध्या के संतों की नाराजगी दूर हुई। रंजना शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती की ओर से अदालत में रामजन्मभूमि पुनरूद्धार की भी वकील हैं।

उन्होंने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं संत समाज को स्वामी रामभद्राचार्य के प्रतिनिधि की हैसियत से एक तरह का संतुष्टि पत्र दिया, जिसमें रामभद्राचार्य जी का कहना था कि वे विश्वास दिलाते हैं कि तुलसीपीठ द्वारा सम्पादित प्रतियों को वे अपने पास ही रखेंगे अन्य प्रतियों को मान्य न समक्षें। प्राचीन प्रतियाँ जो पूर्व में प्रचलित थीं उन्हें मान्य माना जाए।

पत्र में रामभद्राचार्यजी का कहना था कि अयोध्या के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं संत समाज द्वारा ही मुझे वैष्णवाचार्य पद पर मेरी विद्वता को देखते हुए आसीन किया गया । ( अरविन् द शुक्ल ा)

Show comments

कौन थे रजाकार, कैसे सरदार पटेल ने भैरनपल्ली नरसंहार के बाद Operation polo से किया हैदराबाद को भारत में शामिल?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में बंजारुमाले गांव में हुआ 100 प्रतिशत मतदान

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

प्रवेश द्वार पर बम है, जयपुर हवाई अड्‍डे को उड़ाने की धमकी

दिल्ली में देशी Spider Man और उसकी Girlfriend का पुलिस ने काटा चालान, बाइक पर झाड़ रहा था होशियारी

बहू को हुआ सास से प्‍यार, पति के साथ नहीं सोने देती है, सास हुई परेशान

UP के डिप्टी सीएम मौर्य बोले, एक और पाकिस्तान बनाने का जहर बो रही है कांग्रेस

धनंजय सिंह को मिली इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत, नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

कौन है जेल से 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया फलाहारी बाबा, क्‍या था मामला?

कांग्रेस का दावा, 2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा भाजपा का पाखंड