नबी पनाह के पीड़ित परिवार की महिलाओं राधा सिंह पत्नी देवेन्द्रसिंह, शैल कुमारी सिंह पत्नी सुधीरसिंह और बेटी समीक्षा सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पड़ोस में ही रह रहीं सुधीरसिंह की मां ने सुधीर और उनकी पत्नी शैल को 20 जुलाई 2014 को रात 8 बजे कुछ राय मशविरे के लिए अपने घर बुलाया। मां-बाप जब दादी के घर चले गए और समीक्षा अपने घर अकेली रह गई तो गांव के ही संतकुमार सिंह, उनके पुत्र परवेशसिंह व विवेशसिंह तथा ग्राम सपना थाना शाहाबाद जिला हरदोई निवासी संदीपसिंह घर में घुस आए। दोनों ने समीक्षा की कुर्ती फाड़ दी और उसकी इज्जत लूटने की कोशिश की, तभी लड़की की चीख-पुकार सुनकर सुधीर, उनकी पत्नी शैल कुमारी और उनकी चाची राधा वहां पहुंचे और बेटी को दबंगों के चंगुल से छुड़ाया।
महिलाओं ने बताया कि जाते-जाते दबंगों ने कहा कि हम तुम्हारी लड़की की ऐसी हालत करेंगे कि मोहनलालगंज बलात्कार की घटना दुनिया भूल जाएगी, किन्तु तुम लोग कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहोगे। पीड़ितों के मुताबिक, दबंगों ने अगले दिन 21 जुलाई और फिर 22 जुलाई को भी उनके दरवाजे पर चढ़कर गालियां दीं और जान-माल की धमकी दी।
छेड़छाड़ का मकसद कुछ और ही है... पढ़ें अगले पेज पर...