मेरे मायके में ऐसा होता है

मायके की प्रशंसा तकलीफदेह

गायत्री शर्मा
NDND
कहते हैं हम जिस परिवेश में रहते हैं उसी के अनुसार हमको ढल जाना चाहिए। यह बात सभी पर लागू हो सकती है किंतु उन महिलाओं पर लागू नहीं हो सकती, जो ससुराल की आरामदेह जिंदगी में भी अपने मायके की तारीफ करती रहती हैं।

यह स्त्री सुलभ स्वभाव ही है कि उनसे मायके का मोह कभी नहीं छूटता। पति के घर में भी वह हर वक्त अपने माँ-बाप व भाई-बहन की तारीफ करती रहती हैं। अपने मायके की यह अति प्रशंसा उसके लिए तब नुकसानदेह हो जाती है, जब वह ससुराल में विवादों का कारण बन जाती है।

जब मायकेवाले बेटी के ससुराल आते हैं। वैसे ही उसका रवैया बदल सा जाता है। हर रोज पति की देखभाल करने वाली पत्नि उस दिनों मानो अपने पति को भूल सी जाती है।

बार-बार मायके के ताने मारना, पति पर ध्यान नहीं देना, मायके जाने की जिद करना .... ये सब वे छोटी-छोटी बाते हैं, जो दांपत्य जिंदगी में धीरे-धीरे जहर घोलते हुए भविष्यगामी विवादों का कारण बनाती है।

हर व्यक्ति सर्वगुण संपन्न हो, यह आवश्यक नहीं है। हर किसी में कोई न खूबी होती है, जो उसे दूसरों से बेहतर बनाती है।

आप भी यदि अपने पति की तुलना अपने भाई या पिता से करेगी तो हमेशा आपको अपने मायके वाले ही बेहतर लगेंगे।

पुरुष हर चीज बर्दाश्त कर सकता है पर अपनी तुलना नहीं। हर व्यक्ति का अपना स्वाभिमान होता है, जिससे समझौता करना उसे नागवार गुजरता है। हर काम में आपके मायकेवाले बेहतर हों, यह जरूरी नहीं।

तुलना करने से बेहतर है आप अपने पति को व उनकी आदतों को पहचानें। पति के अच्छे कामों पर उनको प्रोत्साहित करने के बजाय आप उनके सामने अपने मायकेवालों की शेखी बघारकर उन्हें निरुत्साहित कर देती है, जिससे पुरुष का मनोबल गिरता है।

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

जानिए कितनी है वैभव सूर्यवंशी की नेट वर्थ , किस परिवार से आता है क्रिकेट का यह युवा सितारा?

एक ग्रह पर जीवन होने के संकेत, जानिए पृथ्वी से कितना दूर है यह Planet

समर्स में शरीर की गर्मी बढ़ा देती हैं ये चीजें, पड़ सकते हैं बीमार

गर्मी के दिनों में फैशन में हैं यह कपड़े, आप भी ट्राय करना ना भूलें

क्या है परेश रावल के यूरीन से इलाज के दावे का सच, जानिए क्या बोले यूरोलॉजिस्ट

सभी देखें

नवीनतम

AC की ठंडी हवा बन सकती है अस्थमा मरीजों के लिए जान का खतरा, डिटेल में जानें पूरा सच

कहीं कम प्यास लगने के पीछे हाई कोर्टिसोल तो नहीं है वजह? जानिए हाई कोर्टिसोल और कम प्यास का क्या है कनेक्शन

क्या खतरे में है मीडिया की निष्पक्षता? 2025 में क्या है वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे की थीम, जानिए विस्तार से

मृतकों की देहलीज पर रखे कंडों की आग बुझने से पहले ठंडी न हो जाए इंतकाम की आग

ब्रदर्स एंड सिस्टर्स डे पर अपने प्यारे भाई और बहन को भेजिए ये अनमोल मैसेज, दिन बनेगा यादगार