International family day 2022 theme : प्रत्येक 15 मई को अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस (IDF) मनाया जाता है। इस बार इसकी थीम है 'परिवार और शहरीकरण' अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के बीच पारिवारिक संबंध के महत्व को उजागकर और स्थापित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। परिवार समाज की ईकाई है और समाज देश की। देश एक परिवार है।
कब से मनाया जाता है यह दिवस : 9 दिसम्बर, 1989 को संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली ने 44/83 प्रस्ताव पेश कर विश्व परिवार दिवस मनाने की घोषणा की थी। 1993, में संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली ने प्रस्ताव संख्या (A/RES/47/237) जारी कर हर वर्ष 15 मई को अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस मनाने का प्रस्ताव और शुरुआत की। साल 1996 में सबसे पहले इंटरनेशनल फैमिली डे यानि अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया गया था।
क्यों मनाते हैं या दिवस : अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस संयुक्त परिवार और परिवार के महत्व दर्शाने के लिए ही मनाया जाता है। परिवार के महत्व और उसकी उपयोगिता को प्रकट करने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। इतिहास, उद्देश्य और महत्व को प्रदर्शित करने के लिए ही इस दिवस का प्रारंभ किया गया। प्राचीन भारतीय सभ्यता में संयुक्त परिवार हुआ करते थे। बेतरतीब शहरीकरण के चलते अब संयुक्त परिवार गांव में ही पाए जाते हैं। शहरीकरण और शहर की प्रतिपर्धा, भौगदौड़ और महत्वकांक्षा ने परिवार को तोड़ दिया है।
परिवार को सम्बल प्रदान करने की विशेषता सिर्फ संयुक्त परिवार में हुआ करती है। भारत एकल परिवार की ओर बढ़ चला है जबकि अमेरिका और योरप में संयुक्त परिवार के महत्व को अब समझा जाने लगा है। परिवार की एकता ही उसकी शक्ति की परिचायक होती है, लेकिन अब तो परिवार भी बिखरने लगे हैं।
संयुक्त परिवार में बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास अच्छे से होता है। संयुक्त परिवार में मरीज की देखभाल, खानपान और उचित व्यवस्था परिवार के लोग ही कर लेते हैं। परिवार में यदि एकता है तो किसी भी प्रकार के दु:ख और संकट का प्रभाव किसी पर भी नहीं होता है और तुरंत ही उसका समाधान भी निकल आता है। परिवार हमारे जीवन की छोटी से छोटी जरूरतों को समझता है और उसे पूरा करता है। परिवार हमारी प्राथमिक पाठशाला है। परिवार के साथ ही हम अपनी सभी तरह की समस्यों को साझा करके उसका समाधान पा सकते हैं। हम देख रहे हैं कि एकल परिवार में हजार तरह की समस्याएं होती है। दांपत्य जीवन ज्यादा समय तक चल नहीं पाता है। बच्चों का भविष्य भी किसी अनिश्चितता के गर्त में डुब जाता है।
कैसे मनाएं परिवार दिवस : कोरोना काल के लॉकडाउन ने कई लोगों को अपने परिवार से जोड़कर उसके महत्व को समझा दिया था। इसी तरह जब भी परिवार दिवस आए तो हमें अपने परिवार के साथ ही समय बिताना चाहिए। परिवार को समय देना, परिवार के सदस्यों की भावना को समझना, उनकी समस्याओं का समाधान करना। परिवार से बड़ा कोई धन नहीं। कैसा भी संकट हो सबसे पहले परिवार के लोग ही सामने खड़े मिलते हैं। यदि परिवार में आपसी प्रेम, सम्मान और सद्भाव है तो किसी भी प्रकार का रोग और शोक नहीं रहता है। संयुक्त परिवार में आर्धिक समस्या भी नहीं रहती है और न ही मानसिक समस्या।