अगर सोते समय आप अपने साथी के साथ पीठ की तरफ से लिपटते हैं या पीठ से पीठ सटाकर सोते हैं तो यह स्थिति इस बात का संकेत है कि आप अपने साथी से बहुत खुश और संतुष्ट हैं। एक नए अध्ययन में कहा गया है कि अपने साथी के साथ पीठ की ओर से लिपटने का एक निश्चित अर्थ है जो कि आपके अपने साथी के साथ सुखद रिश्ते को बतलाता है।
हर्टफोर्डशायर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक हजार लोगों का सर्वेक्षण किया और पाया कि जो दम्पत्ति सोते समय भी शारीरिक सम्पर्क की स्थिति में बने रहते हैं, वे अपने रिश्तों में सुखी होते हैं। 94 फीसद ऐसे दम्पत्तियों ने अपने रिश्तों को सु्खद बताया जो कि सोते समय भी अपने साथी को छूते रहने की स्थिति में थे, लेकिन सोते समय स्पर्श ना करने की स्थिति में बने रहने वाले 68 फीसदी लोगों ने भी अपने रिश्ते को संतोषजनक बताया।
सोते समय शारीरिक दूरी से क्या पता चलता है...
सोते समय शारीरिक दूरी से यह बात साबित हुई कि दोनों व्यक्तियों के बीच भावनात्मक दूरी है। 12 फीसद दम्पत्ति जो कि अपने साथी के साथ एक इंच से भी कम की दूरी पर सोते थे, उनमें से 86 फीसद का कहना था कि वे खुश हैं। मात्र दो फीसदी लोग अपने साथी से 30 इंच से भी अधिक दूरी के साथ सोते थे, उनमें से 66 फीसद का कहना था कि वे खुश हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ हर्टफोर्डशायर के मनोवैज्ञानिक और स्टडी करने वाले मुखिया प्रो. रिचर्ड वाइजमैन का कहना है कि दम्पत्तियों के सोने की स्थितियों को लेकर यह पहला सर्वेक्षण है और इसके परिणामों से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व और उसके संबंध के बारे में जाना जा सकता है। इसके लिए आपको उनकी पसंदीदा सोने की स्थिति की जानकारी पूछनी पड़ेगी। इस शोध को एडिनबरा इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में भी प्रस्तुत किया गया था।
इस तरह सोते हैं ज्यादातर दम्पत्त ि...
ज्यादातर दम्पत्तियों के लिए मनपसंद सोने की स्थिति पीठ से पीठ सटाकर सोने की थी और 42 फीसदी लोग इसी तरह से सोते थे। 31 फीसदी लोग अपने साथी की दिशा में मुंह करके सोते थे और केवल 4 फीसद ऐसे थे जिनके चेहरों की दिशा अलग-अलग थी। इस संबंध में यह बात भी देखने में आई है कि जो लोग ज्यादा मिलनसार और लोगों से ज्यादा मिलना जुलना पसंद करते हैं, उनके अपने साथी के साथ ज्यादा करीब सोने की संभावना है। पर जो लोग रचनात्मक किस्म के होते हैं वे अपनी बायीं करवट पर सोते हैं।