शोधकर्ताओं ने इस बारे में एहतियाती तौर पर कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं, वे हैं प्रेमपूर्ण आलिंगन-चुम्बन, एकनिष्ठ सेक्स यानी सिर्फ पत्नी के साथ ही सेक्स करने से ही इसका मनचाहा नतीजा मिलता है, क्योंकि जहाँ एक ओर इधर-उधर जाने से सेक्सुअल डिसीज होने का खतरा रहता है, वहीं दूसरी ओर बिना किसी पूर्व तैयारी या 'फोरप्ले' के बगैर किए गए सेक्स से तनाव बढ़ता है।
इसके अलावा चोरी-छिपे किए सेक्स से मन में डर-भय भी पैदा होता है, जो मानसिक व शारीरिक रूप से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। नतीजतन बूढ़े होने की प्रक्रिया में तेजी आ जाती है। लिहाजा भयमुक्त सेक्स क्रिया का सम्पन्न होना जरूरी है और यह सिर्फ पत्नी के साथ ही संभव है।