राष्ट्रध्वज के नेतृत्व में सांझा संस्कृति कावड़ यात्रा ने रचा इतिहास

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भारत की सांझा संस्कृति को स्थापित करने के उद्देश्य से इंदौर शहर में भव्य और अनूठी कावड़ यात्रा का आयोजन किया गया। 14 अगस्त 2016 को संपन्न इस यात्रा की विशेषता यह रही कि इसमें हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के नागरिक (महिला-पुरुष-बच्चे-युवा-बुजुर्ग) कावड़ हाथ में लेकर हिन्दू भाई-बहनों के साथ शामिल हुए। 
इंदौर की शान गांधी हाल परिसर से प्रारंभ हुई इस यात्रा में मुस्लिम समाज द्वारा कावड़ उठाई गई तथा यात्रा मार्ग के दौरान हिन्दू श्रद्धालुओं को सौंपी गई तत्पश्चात् गोपेश्वर महादेव का पावन जलाभिषेक हिन्दू श्रद्धालुओं द्वारा किया गया। 
राष्ट्रीय सद्भाव और आपसी भाईचारे के संदेश से प्रेरित यह अद्भुत दर्शनीय यात्रा भारत देश की आन-बान-शान राष्ट्रध्वज तिरंगे के सान्निध्य और नेतृत्व में संपन्न हुई।  सभी कावड़ यात्री ने अपने हाथों में कावड़ के साथ तिरंगा भी थाम रखा था । यह इस बात का प्रतीक था कि हम चाहे किसी भी धर्म के अनुयायी हों पर हमारा  राष्ट्र धर्म सर्वोपरि है। 

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इस यात्रा के संयोजक सेम पावरी ने ही इस हिन्दू-मुस्लिम एकता की अखंड कल्पना को मूर्त रूप दिया। यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में परम पुज्य राष्ट्रीय संत उत्तम स्वामी जी, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, पूर्व संगठन मंत्री माखन सिंह चौहान, प्रभारी मंत्री जयंत मलैया, महापौर मालिनी गौड़, प्राधिकरण अध्यक्ष शंकर लालवानी तथा विधायक सुदर्शन गुप्ता शामिल हुए। यात्रा प्रभारी संध्या यादव में आभार व्यक्त किया।   

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