मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी

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वाराणसी। मकर संक्रांति के अवसर पर शनिवार को लाखों श्रद्धालुओं ने वाराणसी के घाटों पर  गंगा में डुबकी लगाई और तिल, गुड़, लावा, चूड़ा, पट्टी के अलावा खिचड़ी तथा वस्त्र आदि का  दान कर पुण्यलाभ कमाया।


 
वाराणसी में पिछले 1 हफ्ते से शीतलहर चल रही है, लेकिन दशाश्वमेध क्षेत्र सहित गंगा किनारे  लगभग सभी प्रमुख घाटों पर शुक्रवार देर रात तक बाहर से आने वाले स्नानार्थियों की काफी  भीड़ लग गई थी। जिला व पुलिस प्रशासन ने भी स्नानार्थियों को असुविधा से बचाने के लिए  चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी है। 
 
स्नान के दौरान घाटों के अलावा गंगा के दूसरी ओर भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ दिखी। महावीर  पंचांग के संपादक डॉ. रामेश्वर नाथ ओझा ने बताया कि शनिवार दोपहर 1 बजकर 51 मिनट  पर मणिकांचन योग में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश से 16 घंटे पूर्व ही पुण्यकाल प्रारंभ हो गया  था, लिहाजा भोर से ही गंगा में स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। ज्ञातव्य है कि मकर संक्रांति  को भगवान भास्कर के उत्तरायण होने के साथ शुभ घड़ी की शुरुआत हो जाती है।
 
इस बीच शहर से लेकर मैदानों और घाटों तक बच्चों, युवाओं तथा बड़ों ने पतंगबाजी का खूब  आनंद लिया, हालांकि जिला प्रशासन ने चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगा रखी है और  शुक्रवार को भिन्न थाना क्षेत्रों से कुल 26 किलोग्राम चाइनीज मांझे के साथ कुल 16 लोगों को  गिरफ्तार किया गया था, फिर भी पेशेवर पतंगबाजों ने चाइनीज मांझे का खुलकर प्रयोग किया।  (भाषा)
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