उज्जैन। गुड़ी पड़वा 2 अप्रैल को उज्जैन का गौरव दिवस मनाया जाएगा। नववर्ष प्रतिपदा पर उज्जैन का गौरव दिवस मनाकर प्रदेश के विभिन्न शहरों के गौरव दिवस मनाने की शुरुआत उज्जैन से होगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा गुड़ी पड़वा (नव संवत्) से हिन्दू नववर्ष की पूर्व संध्या पर 1 अप्रैल को नगर गौरव यात्रा निकाली जा रही है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि जिस प्रकार पूरे मध्यप्रदेश में गौरव दिवस की तैयारियां चल रही हैं, उसी प्रकार श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह के मार्गदर्शन व दिशा-निर्देशों में गुड़ी पड़वा की पूर्व संध्या पर उज्जैन के गौरवास्पद विभूतियों की शोभायात्रा निकालने का निर्णय लिया गया है जिसमें महाराज विक्रमादित्य एवं उनके नवरत्नों की झांकी, भर्तृहरि के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर आधारित झांकी, श्री महाकालेश्वर मंदिर की भव्य झांकी, ढोल-नगाडा, झांझ-मंजीरा, बैंड पार्टी, हाथी-बैलगाड़ी आदि समाहित करते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर से भव्य चल समारोह के माध्यम से शोभायात्रा निकाली जाना है।
शोभायात्रा में श्री महाकालेश्वर भगवान का चांदी का ध्वज शोभायात्रा का प्रतिनिधित्व करते हुए आगे-आगे चलेगा। मुंबई के आराध्या ढोलक दल द्वारा ढोल, इंदौर के राजकमल बैंड, मादुस्कर मित्र मंडल उज्जैन द्वारा झांझ- मंजीरा-डमरू की प्रस्तुति देते हुए उज्जैन गौरव यात्रा में सम्मिलित होंगे। इंदौर के श्री अजय मलम्बकर एवं उज्जैन के रंगोत्सव समिति व उनके सहयोगियों द्वारा निर्मित झांकियां भी आकर्षण का केंद्र रहेंगी। साथ ही बैलगाड़ी पर भी झांकियां निकाली जाएंगी।
नगर गौरव यात्रा के मार्ग में परिवर्तन किया गया है। यात्रा सायं 04 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर से प्रारंभ होकर महाकाल चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, छत्री चौक, सती गेट, कंठाल, दौलतगंज, मालीपुरा, देवासगेट, चामुंडा माता से फ्रीगंज पुल से टावर चौक फ्रीगंज पर सायं 07 बजे यात्रा का समापन होगा।
धाकड़ ने भी गौरव दिवस के आयोजन में बढ़-चढ़कर भागीदारी करने के लिए उज्जैन शहर के निवासियों से गौरव दिवस में शामिल होने एवं घर-घर रंगोली, दीपक जलाकर उज्जैन के गौरव को महसूस कर गौरव दिवस मनाने की अपील की है।