प्रवास के दौरान आने वाले भय टालने

Webdunia
हेतु- प्रवास के दौरान आने वाले भय टल जाते हैं।

कुन्दावदात-चलचामर-चारुशोभं विभ्राजते तव वपुः कलधौतकान्तम्‌ ।
उद्यच्छशांक शुचिनिर्झर-वारिधार-मुच्चैस्तटं सुरगिरेरिव शातकौम्भम्‌ ॥ (30)

श्वेत-शुभ्र कुंद पुष्पों के लावण्य से युक्त ये दो चँवर जब आपके इर्द-गिर्द डुलते हैं, तो लगता है कांचनवर्णी शिखरवाले सुवर्णाचल के सीने पर से चाँदनी की गंगा जैसे झरने झर-झर बहे जा रहे हों!

ऋद्धि- ह्रीं अर्हं णमो घोरगुणाणं ।

मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं पार्श्वनाथाय ह्रीं धरणेन्द्र-पद्मावती सहिताय अट्टे मट्टे क्षुद्रविघट्टे क्षुद्रान्‌ स्तम्भय स्तम्भय रक्षां कुरु कुरु स्वाहा।
Show comments

वर्ष 2025 में क्या होगा देश और दुनिया का भविष्य?

Vastu Tips : घर बनाने जा रहे हैं तो जानें कि कितना बड़ा या किस आकार का होना चाहिए

Jupiter Transit 2024 : वृषभ राशि में आएंगे देवगुरु बृहस्पति, जानें 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव

Politicians zodiac signs: राजनीति में कौनसी राशि के लोग हो सकते हैं सफल?

वैशाख मास में दान देने का है खास महत्व, जानें किन चीज़ों का करते हैं दान

Sankashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और कथा

Aaj Ka Rashifal: इन 3 राशियों के रुके कार्य होंगे पूरे, जानें बाकी राशियों के लिए कैसा रहेगा 27 अप्रैल का दिन

कुंडली मिलान में नाड़ी मिलान क्यों करते हैं?

27 अप्रैल 2024 : आपका जन्मदिन

27 अप्रैल 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त