हिन्दू संस्कृति के आदिदेव भगवान शिव

Webdunia
भगवान शिव-महाकाल का महात्म्य
 
- रामसिंह यादव

 
 
पुराणों में, वेदों में और शास्त्रों में भगवान शिव-महाकाल के महात्म्य को प्रतिपादित किया गया है। भगवान शिव हिन्दू संस्कृति के प्रणेता आदिदेव महादेव हैं। हमारी सांस्कृतिक मान्यता के अनुसार 33 करोड़ देवताओं में 'शिरोमणि' देव शिव ही हैं। सृष्टि के तीनों लोकों में भगवान शिव एक अलग, अलौकिक शक्ति वाले देव हैं।
 
भगवान शिव पृथ्वी पर अपने निराकार-साकार रूप में निवास कर रहे हैं। भगवान शिव सर्वव्यापक एवं सर्वशक्तिमान हैं। महाशिवरात्रि पर्व भगवान शिवशंकर के प्रदोष तांडव नृत्य का महापर्व है। शिव प्रलय के पालनहार हैं और प्रलय के गर्भ में ही प्राणी का अंतिम कल्याण सन्निहित है। शिव शब्द का अर्थ है 'कल्याण' और 'रा' दानार्थक धातु से रात्रि शब्द बना है, तात्पर्य यह कि जो सुख प्रदान करती है, वह रात्रि है।
 
'शिवस्य प्रिया रात्रियस्मिन व्रते अंगत्वेन विहिता तदव्रतं शिवरात्र्‌याख्याम्‌।'
 
इस प्रकार शिवरात्रि का अर्थ होता है, वह रात्रि जो आनंद प्रदायिनी है और जिसका शिव के साथ विशेष संबंध है। शिवरात्रि, जो फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को है, उसमें शिव पूजा, उपवास और रात्रि जागरण का प्रावधान है। इस महारात्रि को शिव की पूजा करना सचमुच एक महाव्रत है।
 
ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति महाशिवरात्रि के व्रत पर भगवान शिव की भक्ति, दर्शन, पूजा, उपवास एवं व्रत नहीं रखता, वह सांसारिक माया, मोह एवं आवागमन के बंधन से हजारों वर्षों तक उलझा रहता है। यह भी कहा गया है कि जो शिवरात्रि पर जागरण करता है, उपवास रखता है और कहीं भी किसी भी शिवजी के मंदिर में जाकर भगवान शिवलिंग के दर्शन करता है, वह जन्म-मरण पुनर्जन्म के बंधन से मुक्ति पा जाता है। 
 
शिवरात्रि के व्रत के बारे में पुराणों में कहा गया है कि इसका फल कभी किसी हालत में भी निरर्थक नहीं जाता है।

ऐसी और खबरें तुरंत पाने के लिए वेबदुनिया को फेसबुक https://www.facebook.com/webduniahindi पर लाइक और 
ट्विटर https://twitter.com/WebduniaHindi पर फॉलो करें। 

 
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

भविष्य मालिका की भविष्यवाणी होगी सच, पाकिस्तान के होंगे 4 टुकड़े?

वास्तु ज्ञान: गृह निर्माण में 'ब्रह्म स्थान' का महत्व, जानें कहां होता है और करें यह सरल उपाय

राहु और मंगल का षडाष्टक योग, 3 राशियों को रहना होगा सतर्क

राहु और मंगल का षडाष्टक योग, देश और दुनिया में 20 दिनों तक मचाएगा तबाही

मंगल और राहु मिलकर तय करेंगे कि कब पाकिस्तान से होगा युद्ध

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: 10 मई 2025, आज किन राशियों के चमकेंगे सितारे, जानें क्या कहती है आपकी राशि

10 मई 2025 : आपका जन्मदिन

10 मई 2025, शनिवार के शुभ मुहूर्त

भारत पाक युद्ध: जैसलमेर वालों को फिर मिला तनोट की माता का सुरक्षा आशीर्वाद

भारत-पाक युद्ध के दौरान 4 राशियों के सितारे रहेंगे बुलंदी पर