मंदिर में भगवान के दर्शन के समय अभिवादन हेतु सिर झुकाकर नमस्कार करें। मंत्र जाप करते समय इस बात का ध्यान रखें। यदि परमात्मा के समक्ष बैठकर जाप करना हो तो निम्न ढंग से करें -
- जमीन पर शुद्ध ऊनी आसन बिछाकर बैठें।
- पद्मासन या सुखासन (पालथी लगाकर) बैठें। कमर से झुकें नहीं। चेहरे को भी सीधा रखें।
- माला दाहिने हाथ की उंगलियों पर अंगूठे के पोर से फेरें। नाखून का स्पर्श माला को न हो, इसकी पूरी सावधानी रखें।
- माला नाभि से नीचे नहीं, नाक के ऊपर नहीं जानी चाहिए एवं सीने से 4 अंगुल दूर सामने रखें।
- जाप करते समय आंखें परमात्मा के सामने या दो भौंहों के बीच, या नाक पर रखें या फिर आंखें मूंद लें।
- जाप करते समय माला नीचे न गिराएं। जमीन पर न रखें, आसन पर या डिब्बी में रखें।
- माला फेरते समय इधर-उधर तांकझांक न करें।
- प्लास्टिक की माला न फेरें।