दुनिया के ये 8 धर्म, जानें कौन कितना प्राचीन

Webdunia
मंगलवार, 18 अप्रैल 2017 (12:19 IST)
1.हिन्दू धर्म : स्वायंभुव मनु हुए 9057 ईसा पूर्व, वैवस्वत मनु हुए 6673 ईसा पूर्व, श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व और श्रीकृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व हुआ। इस मान से 12 से 15 हजार वर्ष प्राचीन वर्तमान शोधानुसार ज्ञात रूप से लगभग 24 हजार वर्ष पुराना धर्म। हालांकि पौराणिक मान्यताओं अनुसार 90 हजार वर्ष प्राचीन है।
 
2.जैन धर्म : जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ स्वायंभुव मनु (9057 ईसा पूर्व) से पांचवीं पीढ़ी में इस क्रम में हुए- स्वायंभुव मनु, प्रियव्रत, अग्नीघ्र, नाभि और फिर ऋषभ। 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी ने इस धर्म को एक नई व्यवस्‍था दी।
 
3.यहूदी धर्म : आज से लगभग 4 हजार साल पुराना यहूदी धर्म वर्तमान में इसराइल का राजधर्म है। हजरत आदम की परंपरा में आगे चलकर हजरत इब्राहिम हुए और फिर हजरत मूसा। ईसा से लगभग 1500 वर्ष पूर्व हुए ह. मूसा ने यहूदी धर्म की स्थापना की थी।
 
4.पारसी धर्म : पौराणिक इतिहास अनुसार ईसा से लगभग 1200 से 1500 वर्ष पूर्व ईरान में महात्मा जरथुस्त्र हुए थे। उन्होंने ही पारसी धर्म की स्थापना की थी। यह धर्म कभी ईरान का राजधर्म हुआ करता था। हालांकि इतिहासकारों का मत है कि जरथुस्त्र 1700-1500 ईपू के बीच हुए थे।
 
5..बौद्ध धर्म : ईसाई और इस्लाम धर्म से पूर्व बौद्ध धर्म की उत्पत्ति हुई थी। गौतम बुद्ध का जन्म ईसा से 563 साल पहले जब कपिलवस्तु की महारानी महामाया देवी अपने नैहर देवदह जा रही थीं, तो रास्ते में लुम्बिनी वन में हुआ।
6.ईसाई धर्म : हजरत इब्राहिम की परंपरा में ही आगे चलकर 5वीं ईसा पूर्व ईसा मसीह हुए। उनका जन्म फिलिस्तीन के बेथलेहम में नाजारेथ के एक यहूदी बढ़ई के यहां हुआ था। ईसा मसीह के 12 शिष्यों ने ईसाई धर्म की नींव रखी थी।
 
7.इस्लाम धर्म : हज. मुहम्मद अलै. का जन्म सन् 571 ईस्वी. में मक्का में पीर के दिन हुआ था। आपने इस्ला‍म धर्म की स्थापना की। आगे चलकर खलिफाओं ने इस धर्म को फैलाया।
 
8.सिख धर्म : सिख धर्म के दस गुरुओं की कड़ी में प्रथम हैं गुरु नानक जिनका जन्म 1469 को तलवंडी, पंजाब में हुआ था। अब यह हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में है। सिख धर्म में कुल 10 गुरु हुए हैं। अंतिम गुरु गोविंदसिंह जी थे।
 
9.दुनिया में शिंतो, ताओ, जेन, यजीदी, पेगन, वूडू, बहाई धर्म, अहमदिया, कन्फ्यूशियस, काओ दाई आदि अनेक धर्म हैं लेकिन ये सभी उपरोक्त धर्मों से निकले ही धर्म हैं।
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