श्रीसत्य साँई बाबा का शांतिधाम

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धर्मयात्रा की इस बार की कड़ी में हम आपको ले चलते हैं श्रीसत्य साँई की शरण में। साँई शांतिधाम क े दर्श न किए बिना, दक्षिण भारत की यात्रा अधूरी है। यह शांतिधाम स्थित है आंध्रप्रदेश के जिले अनंतपुर के छोटे से गाँव पुट्टपर्ती में। इस आश्रम को बाबा के भक्तों द्वारा बनाया गया है जो 'प्रशांति निलयम' के नाम से जाना जाता है।

प्रशांति निलयम :
प्रशांति निलायम का अर्थ होता है शांति प्रदान करने वाला स्थान। यह आश्रम भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है। प्रतिदिन सत्य साँई बाबा के भक्त दूरस्थ स्थानों से उनका आशीर्वाद लेने यहाँ आते रहे हैं। धीरे-धीरे प्रसिद्धि की सीढ़ियाँ चढ़ने वाले इस गाँव में अब एक प्रसिद्ध अस्पताल के साथ हवाई अड्डा भी बना दिया गया है। इस आश्रम में श्रीसत्य साँई बाबा के प्रशिक्षण प्राप्त भक्त रोज मंत्रोच्चारण करते हैं, जिसके पश्चात साँई बाबा अपने भक्तों को सच्चाई, ईमानदारी, शांति और सद्‍भाव जैसे जीवन तथ्यों के बारे में उपदेश देते थे। अब वे नहीं हैं तो उनके कैसेट्स और सीडी लगाई जाती है।

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साँई दर्शन :
साँई आश्रम में प्रतिदिन सुबह ओम के उच्चारण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत होती है और उसके बाद सुबह की प्रार्थना (सुप्रभातम) की जाती है। जब सत्य साँई बाबा जीवित थे तब उनके दर्शन दो बार किए जा सकते थे। दर्शन के दौरान सत्य साँई बाबा अपने भक्तों के बीच रमकर उनमें से कुछ भक्तों से बात करते थे और उन्हें विभूति (भभूत) प्रदान करते थे इसके अलावा भी भक्तों को समूह में बुलाया जाता था, जहाँ साँई बाबा उनसे बात करते थे।

हर साल 23 नवंबर को श्रीसाँई बाबा के जन्मदिन के उपलक्ष्य में इस आश्रम में बड़ी सुंदर सजावट की जाती है। बहुत से राजनेता और बड़ी हस्तियाँ इस मौके पर उनका आशीर्वाद लेने यहाँ पहुँचते थे। उनकी मृत्यु के उपरांत भी भक्तों का तांता कम नहीं हुआ लेकिन सब मानते हैं कि अब वह रौनक नहीं रही। अब यहां बाबा समाधिस्थ है। उनका समाधि स्थल आकर्षण का केन्द्र है।

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कैसे पहुँचे-
सड़क मार्ग- आंध्रप्रदेश के अनन्तपुर जिले से पुट्टपर्ती 80 किमी की दूरी पर है और सभी प्रमुख मार्गों से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग- अनन्तपुर रेलवे स्टेशन से पुट्टपर्ती की दूरी 80 किमी है।
वायु मार्ग- हैदराबाद और बेंगलुरु हवाई अड्डे से यहाँ पहुँचा जा सकता है। बेंगलुरु हवाई अड्डे से इस स्थान की दूरी 120 किमी है।

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