श्री नटराज मंदिर चिदंबरम

जहाँ ओम रूप में विराजते हैं शिव

के. अय्यानाथन
देवाधिदेव भगवान शिव को सर्वोच्च देवता के रूप में पूजने वाले उपासकों के लिए तमिलनाडु में चिदंबरम का नटराज मंदिर आस्था के प्रमुख केंद्रों में से एक है। मान्यता है कि कैलाशपति ने इस पवित्र स्थान को अपनी सभी शक्तियों से उपकृत किया है, जिनका सृजन भी उन्होंने यहीं किया।

फोटो गैलरी देखने के लिए क्लिक करें।

पुराणों के मुताबिक भगवान यहाँ प्रणव मंत्र 'ॐ' के आकार में विराजमान हैं। यही वजह है कि आराधक इसे सबसे अहम मानते हैं। चिदंबरम भगवान शिव के पाँच क्षेत्रों में से एक है। इसे शिव का आकाश क्षेत्र कहा जाता है।

अन्य चार क्षेत्रों में कालाहस्ती (आंध्रप्रदेश) अर्थात वायु, कांचीपुरम यानी पृथ्वी, तिरुवनिका- जल और अरुणाचलेश्वर (तिरुवनामलाई) अर्थात अग्नि शामिल हैं। हिन्दू मान्यता के अनुसार इन्हीं पंचतत्वों (पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश) से मानव शरीर का निर्माण हुआ है। नटराज मंदिर को अग्नि मूल के नाम से भी जाना जाता है। कई उपासक मानते हैं कि भोलेनाथ यहाँ ज्योति रूप में प्रकट हुए थे।

  मंदिर के केंद्र और अम्बलम के सामने भगवान शिवकाम सुंदरी (पार्वती) के साथ स्थापित हैं। चिदंबरम रहस्य मंदिर की अन्य खासियतों में शुमार है। इसे जानने के लिए आपको एक तय राशि यहाँ देनी पड़ती है।      
मंदिर की संरचना अपने आप में आकर्षक और विशिष्ट है। चार सुंदर और विशाल गुंबदों ने संपूर्ण मंदिर को भव्य स्वरूप प्रदान किया है। मंदिर की आंतरिक साज-सज्जा, शिल्पकारी और इसका व्यापक क्षेत्रफल इसे अनन्य रूप देते हैं।

शिव के नटराज स्वरूप के नृत्य का स्वामी होने के कारण भरतनाट्यम के कलाकारों में भी इस जगह का खास स्थान है। मंदिर की बनावट इस तरह है कि इसके हर पत्थर और खंभे पर भरतनाट्यम नृत्य की मुद्राएँ अंकित हैं।

WD
मंदिर के केंद्र और अम्बलम के सामने भगवान शिवकाम सुंदरी (पार्वती) के साथ स्थापित हैं। चिदंबरम रहस्य मंदिर की अन्य खासियतों में शुमार है। इसे जानने के लिए आपको एक तय राशि यहाँ देनी पड़ती है। मंदिर की देखरेख और पूजा-पाठ पारंपरिक पुजारी करते हैं। हालाँकि सारा प्रबंधन श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ावे और दान के रूप में दिए गए धन से होता है।

मंदिर शिव क्षेत्रम के रूप में भी प्रसिद्ध है। यहाँ भगवान गोविंदाराज की प्रतिमा भी है, जो शिव के बिलकुल निकट स्थापित हैं। मंदिर में एक बहुत ही खूबसूरत तालाब और नृत्य परिसर भी है। यहाँ हर साल नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें देशभर से कलाकार हिस्सा लेते हैं।

कैसे पहुँचे-
रेल मार्ग : चिदंबरम चेन्नई-तंजावुर मार्ग पर चेन्नई से 245 किमी दूर है। रेलवे स्टेशन भी चिदंबरम नाम से ही है।
सड़क : किसी भी वाहन से चेन्नई से 4 से 5 घंटे में चिदंबरम पहुँचा जा सकता है।
हवाई सेवा : चिदंबरम जाने के लिए चेन्नई नजदीकी एयरपोर्ट है। यहाँ से बस या ट्रेन के जरिए चिदंबरम पहुँचा जा सकता है।

Show comments

जगन्नाथ रथयात्रा के बारे में 25 खास बातें जानिए

Chanakya niti : ऐसा दान बना देता है व्यक्ति को गरीब, संकट हो जाता है प्रारंभ

शनि हो रहे हैं वक्री, 4 राशियों की किस्मत को पलटकर रख देंगे

इस दिन से शुरू हो रही है आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि

Vastu Tips : यदि इन 2 में से कोई एक पेड़ घर के सामने लगा है तो जीवन नर्क बन जाएगा

30 वर्षों बाद शनि की मंगल पर तीसरी दृष्टि से 3 राशियों को मिलेगा अपार धन और पद प्रतिष्ठा

रामायण और महाभारत के योद्धा अब कलयुग में क्या करेंगे?

प्रारंभ हो गया है 13 दिनों का अशुभ पक्ष, जानें किस पर पड़ेगा इसका असर

Munishri Tarun Sagarji : क्रांतिकारी संत मुनिश्री तरुणसागरजी की जयंती, जानें जीवन परिचय

Aaj Ka Rashifal: 26 जून का दैनिक राशिफल, जानें आज क्या कहती है आपकी राशि