बालापीर की दरगाह

जहाँ मुराद पूरी होने पर चढ़ाई जाती हैं घड़ियाँ

Webdunia
WDWD
अलकेश व्यास
आस्था और अंधविश्वास की इस कड़ी में हम आपको दीदार करा रहे हैं गुजरात की बालापीर दरगाह के। यह कोई आम दरगाह नहीं बल्कि बेहद खास है। लोगों की मान्यता है कि बालापीर बाबा वक्त के मालिक हैं। यदि इनके दरबार में सजदा करके कोई मन्नत माँगी जाए तो न सिर्फ वह मन्नत पूरी होती है बल्कि सही वक्त पर पूरी होती है। अर्थात बाबा के दरबार में न तो देर है न ही अंधेर।

फोटो गैलरी देखने के लिए क्लिक करें-

वक्त के मालिक होने के कारण बाबा पर श्रद्धा रखने वाले लोग अपनी मुराद पूरी होने के बाद बाबा को घड़ी ही चढ़ाते हैं। जब हमने यह किस्सा सुना तो रुख किया अहमदाबाद-मुंबई हाईवे नंबर आठ पर नंदेसरी गाँव के पास स्थित बालापीर की दरगाह का ।
  इस दरगाह की खासियत यह भी है कि यहाँ की देखरेख एक हिंदू परिवार करता है। इस परिवार के लोगों का मानना है कि बाबा सभी की मुरादें पूरी करते हैं वह भी वक्त पर।      

बालापीर की दरगाह पर पहुँचते ही हमें अनेक श्रद्धालु बाबा की शान में घड़ी चढ़ाते नजर आए। पूछने पर पता चला कि इन सभी की मुरादें पूरी हो चुकी हैं इसलिए वे मन्नत पूरी करने आए हैं।

इन्हीं में से एक थे मुहम्मद भाई। मुहम्मद भाई ने हमें बताया कि उन्होंने बाबा के दरबार में अपनी माँग रखी थी। जो कुबूल हुई अब वे अपनी मुराद पूरी होने के बाद बाबा की दरगाह पर सिर झुकाने और घड़ी चढ़ाने आए हैं।

WDWD

इस दरगाह की खासियत यह भी है कि यहाँ की देखरेख एक हिंदू परिवार करता है। इस परिवार के लोगों का मानना है कि बाबा सभी की मुरादें पूरी करते हैं वह भी वक्त पर।

चूँकि यह दरगाह हाइवे पर स्थित है इसलिए अकसर यहाँ ट्रक ड्राइवर अपने ठिकाने पर सही समय पर सुरक्षित पहुँचने की मन्नत माँगते हैं। इतनी घड़ियों का वे क्या करते हैं। हमारे इस प्रश्न के जवाब में लताबाई का कहना था कि जब काफी घड़ियाँ जमा हो जाती हैं तो हम उन्हें किसी स्कूल या सामूहिक विवाह समारोह में बाँट देते हैं।
WDWD

इससे अंजाने में ही सही लेकिन घड़ी वाले बाबा की दुआएँ मासूम बच्चों और नवविवाहितों को मिल जाती हैं। इन सभी से बातचीत के बाद हम कुछ देर इसी दरगाह में रुके। हमारे सामने ही बीस से ज्यादा लोग बाबा की शान में घड़ी चढ़ा चुके थे।

वहीं यहाँ मन्नत माँगने आए हर व्यक्ति को विश्वास था कि बाबा उसकी मन्नत जरूर पूरी करेंगे। फिर वह भी अन्य लोगों की तरह बाबा के दरबार में एक बार फिर सजदा करने आएगा और बाबा को घड़ी चढ़ाएगा। आप इस संबंध में क्या सोचते हैं हमें जरूर बताइएगा।
Show comments

शुक्र का वृषभ राशि में गोचर, 4 राशियों के लिए रहेगा बेहद शुभ

वर्ष 2025 में कब से प्रारंभ हो रहे हैं चातुर्मास, कब तक रहेंगे?

गुप्त नवरात्रि में कौन से मंत्र पढ़ने चाहिए?

श्रावण के साथ ही शुरू होगी कावड़ यात्रा, जानें क्या करें और क्या न करें

सूर्य ग्रहण का किन 2 राशियों पर होगा नकारात्मक प्रभाव?

पंढरपुर यात्रा कब और क्यों निकाली जाती हैं, जानें इतिहास

6 जुलाई से होंगे चातुर्मास प्रारंभ, जानिए इन 4 माह में क्या नहीं करना चाहिए

किसकी मजार के सामने रुकती है भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, जानिए कौन थे सालबेग

उज्जैन महाकाल सवारी कब कब निकलेगी

sawan somwar 2025: सावन सोमवार का व्रत पूरे माह रखें या कि सिर्फ सोमवार को?