आतिश बेहराम और पवित्र परिसर

दुनिया के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल भाग-3

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जब धार्मिक स्थलों की बात होती है तो भारत की ओर बरबस ही नजर ठहर जाती है। निश्चित ही भारत धार्मिक स्थलों के मामले में अमीर है। लेकिन हम बात कर रहे हैं दुनिया के उन प्रमुख स्थलों की जो जितने प्रसिद्ध हैं उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण और विवादित भी।
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दुनिया के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की सिरीज के भाग-3 में हम लाएं हैं- आतिश बेहराम और सुलेमानी मंदिर की जानकारी।

... अगले पन्ने पर जानिए आतिश बेहराम के संबंध में जानकारी



1. आतिश बेहराम ( Atash Behram) : पारसी धर्म ईरान का राजधर्म हुआ करता था। पैगंबर जरथुष्ट्र ने इस धर्म की स्थापना की थी, इसीलिए इसे जरथुष्ट्री धर्म भी कहते हैं।

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पारसियों का प्रमुख धार्मिक स्थल पश्चिमी ईरान के सिस्तान प्रांत की हमुन झील के पास खाजेह पर्वत पर था। इसकी खोज में यहां से 250 ईसापूर्व बने मंदिर के अवशेष मिले हैं।

ईरान का प्राचीन नाम है पारस्य (फारस)। पारस्य देश पारसियों की मूल जन्मभूमि है। लेकिन इस्लामिक आक्रमण के चलते पारसियों को अपना देश छोड़कर भारत में शरण लेना पड़ी।

अब भारत में पारसियों को जहां भी कहीं प्रार्थना स्थल है, उसे आतिश बेहराम कहा जाता है। आतिश इसलिए की पारसी धर्म के लोग अग्नि पूजक है। फारसी में आतिश का अर्थ अग्नि होता है। इसे फायर टेप्पल भी कह सकते हैं।

अगले पन्ने पर पढ़ें यरूशलम का मंदिर....


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2. यरूशलम का मंदिर : यरूशलम बहुत ही प्राचीन शहर है। यहां का सुलेमानी प्राचीन मंदिर जिसके परिसर में अब मस्जिद, चर्च और यहूदियों के स्थान बन गए हैं। यह पहले सिनेगॉग था। 937 ईपू बना यह सिनेगॉग इतना विशाल था कि इसे देखने में पूरा एक दिन लगता था, लेकिन लड़ाईयों ने इसे ध्वस्त कर दिया। अब इस स्थल को 'पवित्र परिसर' कहा जाता है। माना जाता है कि इसे राजा सुलेमान ने बनवाया था।

किलेनुमा चाहरदीवारी से घिरे पवित्र परिसर में यहूदी प्रार्थना के लिए इकट्ठे होते हैं। इस परिसर की दीवार बहुत ही प्राचीन और भव्य है। यह पवित्र परिसर यरूशलम की ओल्ड सिटी का हिस्सा है।

पहाड़ी पर से इस परिसर की भव्यता देखते ही बनती है। इस परिसर के ऊपरी हिस्से में तीनों धर्म के पवित्र स्थल है। उक्त पवित्र स्थल के बीच भी एक परिसर है।

इस परिसर के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आगे क्लिक करे ं- तीन धर्मों का तीर्थ स्थल 'पवित्र परिसर'

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