नौ ग्रहों पर बना विश्व का पहला मंदिर

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मध्यप्रदेश राज्य के इंदौर जिले के एरोड्रम क्षेत्र में बनाया गया दिगंबर जैन नवग्रह जिनालय विश्व का पहला अनूठा मंदिर है। इस मंदिर में नौ ग्रहों के आधार पर 24 तीर्थंकरों की खडगासन प्रतिमाएँ विराजित हैं। आचार्य दर्शनसागरजी महाराज के सानिध्य में सन्‌ 1998 में इस मंदिर को बनाया गया था। यह एक मंदिर चमत्कारिक है। यहाँ श्रद्धालुओं की मन्नतें पूरी होती है। मंदिर क्षेत्र में प्याऊ, धर्मशाला, संत निवास, स्वाध्याय भवन, प्रवचन हॉल आदि का निर्माण किया गया है।

इस मंदिर से जुड़ा एक रोचक तथ्य और है। वर्षांत में 31 दिसंबर की रात को यहाँ भक्तामर पाठ का आयोजन किया जाता है। इसके साथ ही रात 12 बजे दूध के कढ़ाव लगाए जाते हैं तब करीब एक घंटे तक यहाँ लगे 9 छत्र नृत्य करते प्रतीत होते हैं। इस दृश्य को हजारों श्रद्धालुओं ने देखा है। नव वर्ष पर यह अनूठा अनुभूत दृश्‍य दिखाई दिया।

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इसी तरह गोराकुंड चौराहा स्थित लश्करी मंदिर के साथ मारवाड़ी मंदिर और सुभाष चौक पर माणक चौक मंदिर दिगंबर जैन समाज के प्राचीन मंदिर हैं। इसी तरह लाल मंदिर और बड़ा सराफा में श्वेतांबर जैन समाज के प्राचीन मंदिर हैं। इन मंदिरों में भी महावीर जयंती पर कई आयोजन किए जाते हैं।

माणक चौक स्थित पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर इंदौर शहर में सबसे पहला और प्राचीनतम मंदिर है। यहाँ विक्रम संवत्‌ 1545 को भगवान पार्श्वनाथ की पद्मासन प्रतिमा विराजित की गई थी।

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