इस पलंग के उलटी तरफ शिवलिंग स्थापित है, जिसे दूर से देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि मां भवानी व शिवशंकर आमने-सामने बैठे हैं।
इस मंदिर के शिवलिंग की ओर स्थापित चांदी के छल्ले वाले स्तंभों के विषय में माना जाता है कि यदि आपके शरीर के किसी भी भाग में दर्द है, तो सात दिन लगातार इस छल्ले को छूने से वह दर्द समाप्त हो जाता है।
एक जनश्रुति यह भी है कि यहां एक ऐसा चमत्कारिक पत्थर 'चिंतामणि' विद्यमान है। इसके बारे में माना जाता है कि छत्रपति शिवाजी किसी भी युद्ध से पहले 'चिंतामणि' नामक इस पत्थर के पास अपने प्रश्नों के समाधान के लिए आते थे।
जिसके विषय में यह माना जाता है कि यह आपके सभी प्रश्नों का उत्तर सांकेतिक रूप में ‘हां’ या ‘नहीं’ में देता है। यदि आपके प्रश्न का उत्तर ‘हां’ है तो यह अपने आप दाहिनी ओर मुड़ जाता है और अगर ‘नहीं’ है तो यह बाईं दिशा में मुड़ जाता है।
प्रस्तुति - राजश्री कासलीवाल