काश! प्यार की शमा जला पाते

जनकसिंह झाला
तन्हाइयों के इस अँधेरे में,
काश, प्यार की शमा वह जला पाते,
इस दिल ने जिसे खोया है,
वह सुनहरा ख्वाब फिर लौटा जाते..।

समझने- समझाने को पीछे छोड़कर
सिर्फ दिल के अरमानों को वह जान पाते,
ना पीते यह जाम हम गिन-गिनकर,
अगर जुदाई की प्यास वह बुझा जाते..।

रूठ के जाना उनका हमारी जान ले गया,
बेहतर रहता कि वह करीब ही ना आते,
खता हुई भी है तो क्या हमसे ?
काश, आखिरी वक्त वे जरूर बतला जाते..।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

चिंता करने का भी तय करें टाइम, एंजाइटी होगी मिनटों में दूर

आपकी रोज की ये 5 हैबिट्स कम कर सकती हैं हार्ट अटैक का रिस्क, जानिए इनके बारे में

कमजोर आंखों के लिए आज से शुरू कर दें इन योगासनों का अभ्यास

पीसफुल लाइफ जीना चाहते हैं तो दिमाग को शांत रखने से करें शुरुआत, रोज अपनाएं ये 6 सबसे इजी आदतें

हवाई जहाज के इंजन में क्यों डाला जाता है जिंदा मुर्गा? जानिए क्या होता है चिकन गन टेस्ट

सभी देखें

नवीनतम

गोलाकार ही क्यों होती हैं Airplane की खिड़कियां? दिलचस्प है इसका साइंस

इन 7 लोगों को नहीं खाना चाहिए अचार, जानिए कारण

हिन्दी कविता : योग, जीवन का संगीत

योग को लोक से जोड़ने का श्रेय गुरु गोरखनाथ को

क्या सच में छींकते समय रुक जाती है दिल की धड़कन?