जब किसी मोड़ पर मिलोगे

Webdunia
फाल्गुनी

मैंने कड़वी यादों को भी
सहेज कर रखा है
उस दिन के लिए जब किसी मोड़ पर
तुम मुझे मिलोगे
और यथासंभव स्वर को
मधुर बनाकर पूछोगे
' कैसी हो?'
मैं तब इन कड़वी यादों को
फैला दूँगी तुम्हारे सामने
और प्रतिप्रश्न करूँगी कि
इतनी कड़वाहट से भरी
तुम्हारी अगणित सौगातों के बीच
' कैसी रह सकती हूँ?'
तुम्हीं सोचो और बताओ
मेरे हाल
तुम्हारी सौगातें ही
व्यक्त कर सकती हैं
मैं नहीं...
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पीसफुल लाइफ जीना चाहते हैं तो दिमाग को शांत रखने से करें शुरुआत, रोज अपनाएं ये 6 सबसे इजी आदतें

हवाई जहाज के इंजन में क्यों डाला जाता है जिंदा मुर्गा? जानिए क्या होता है चिकन गन टेस्ट

स्टडी : नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं को अस्थमा का खतरा ज्यादा, जानिए 5 कारण

हार्ट हेल्थ से जुड़े ये 5 आम मिथक अभी जान लें, वरना पछताएंगे

बारिश के मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियों से कैसे बचें? जानिए 5 जरूरी टिप्स

सभी देखें

नवीनतम

विमान निर्माता बोइंग है ऊंची दुकान, फीके पकवान

बारिश के मौसम पर सबसे खूबसूरत 10 लाइन

क्या कोलेस्ट्रॉल में आलू खाना सही है? जानिए आलू खाना कब नुकसानदायक है?

इन 5 लोगों नहीं खाना चाहिए चॉकलेट, सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर

कैसे होती है विश्व युद्ध की शुरुआत, जानिए क्या हर देश का युद्ध में हिस्सा लेना है जरूरी