दिलकश मेरी रातें होती रहीं

Webdunia
- रोहित जैन

दिलकश मेरी रातें होती रहीं
चाँद से मेरी बातें होती रहीं

जिस तरह मिल रहे हैं ज़मीं आसमाँ
उस तरह मुलाक़ातें होती रहीं

उसकी ज़ुल्फ़ें सँवारें मेरी उँगलियाँ
ऐसी करामातें होती रहीं

शरमाते रहे दिल मिलाते रहे
ऐसी शुरुआतें होती रहीं

गले लग गये प्यार से, रो दिये
इश्क़ की बरसातें होती रहीं

बसाया 'रोहित' ने जहाँ उनके साथ
रुसवा कायनातें होती रहीं।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

सावन माह में क्या खाएं और क्या नहीं?

वेट लॉस में बहुत इफेक्टिव है पिरामिड वॉक, जानिए चौंकाने वाले फायदे और इसे करने का तरीका

सावन में रचाएं भोलेनाथ की भक्ति से भरी ये खास और सुंदर मेहंदी डिजाइंस, देखकर हर कोई करेगा तारीफ

ऑफिस में नींद आ रही है? जानिए वो 5 जबरदस्त ट्रिक्स जो झटपट बना देंगी आपको अलर्ट और एक्टिव

सुबह उठते ही सीने में महसूस होता है भारीपन? जानिए कहीं हार्ट तो नहीं कर रहा सावधान

सभी देखें

नवीनतम

फाइबर से भरपूर ये 5 ब्रेकफास्ट ऑप्शंस जरूर करें ट्राई, जानिए फायदे

सावन में नॉनवेज छोड़ने से शरीर में आते हैं ये बदलाव, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे

सावन में कढ़ी क्यों नहीं खाते? क्या है आयुर्वेदिक कारण? जानिए बेहतर विकल्प

हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं होता आइस बाथ, ट्रेंड के पीछे भागकर ना करें ऐसी गलती

विश्व जनसंख्या दिवस 2025: जानिए इतिहास, महत्व और इस वर्ष की थीम