मुझे जीने दो अपना मौसम

Webdunia
ND
ND
मेरी कोमल उड़ान को
नजर मत लगाओ।

ठंडी नशीली बयारों में
अपना आँचल लहराने दो मुझे।

भर लेने दो मेहँदी की खुशबू मुझे
अपनी सघन रेशमी जुल्फों में।

चूमने दो नाजुक एड़ियाँ
चमकीली पायल को।

मुझे अपना मौसम जीने दो।
कौन चाहती है भटकना, बहकना?

मुझे मिल जाए अगर
सच्चा प्यार।

सिर्फ मेरा प्यार।

तो क्या देंगे मुझे 'ब्रेकफास्ट' में
आजादी की 'ब्रेड' पर
विश्वास का 'बटर'???
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

चिंता करने का भी तय करें टाइम, एंजाइटी होगी मिनटों में दूर

आपकी रोज की ये 5 हैबिट्स कम कर सकती हैं हार्ट अटैक का रिस्क, जानिए इनके बारे में

कमजोर आंखों के लिए आज से शुरू कर दें इन योगासनों का अभ्यास

पीसफुल लाइफ जीना चाहते हैं तो दिमाग को शांत रखने से करें शुरुआत, रोज अपनाएं ये 6 सबसे इजी आदतें

हवाई जहाज के इंजन में क्यों डाला जाता है जिंदा मुर्गा? जानिए क्या होता है चिकन गन टेस्ट

सभी देखें

नवीनतम

गोलाकार ही क्यों होती हैं Airplane की खिड़कियां? दिलचस्प है इसका साइंस

इन 7 लोगों को नहीं खाना चाहिए अचार, जानिए कारण

हिन्दी कविता : योग, जीवन का संगीत

योग को लोक से जोड़ने का श्रेय गुरु गोरखनाथ को

क्या सच में छींकते समय रुक जाती है दिल की धड़कन?