हमशक्ल तुमसे, मेरे दिन

Webdunia
सुशील शुक्ल

मैंने सारी उम्र गलाकर
पत्तों से कुछ शिद्दत लेकर
शाखों से कुछ ख्वाब मँगाकर
थोड़े से दिन ढाले हैं।

आना, जरा देखना
क्या मेरे इक भी दिन का चेहरा
उसकी आँखें या कि माथा या फिर ठुड्डी
या कम से कम कोई तिल ही
यार तुम्हारे किसी रोज से मिलत ा है।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

21 जून योग दिवस 2025: सूर्य नमस्कार करने की 12 स्टेप और 12 फायदे

हर यंगस्टर को रोज करना चाहिए ये 5 योगासन

21 जून योग दिवस का इतिहास, जानें 2025 की थीम से हम क्या सीखें

योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है, जानें कारण और इसका महत्व

21 जून योग दिवस 2025: अनुलोम विलोम प्राणायाम करने के 10 फायदे

सभी देखें

नवीनतम

Yoga for fat loss: 10 मिनट में करें पेट की चर्बी को गायब, पढ़ें सरल योगासन

योग की चमत्कारी शक्ति, व्हीलचेयर से उठ खड़े हुए फोटो पत्रकार

एक्सरसाइज़ के बाद प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए लीजिए ये हेल्दी स्नैक्स, स्वाद भी है लाजवाब

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: मानवता के लिए अमूल्य उपहार है योग

चिंता करने का भी तय करें टाइम, एंजाइटी होगी मिनटों में दूर