कैसे भूल सकता हूँ मैं..।

जनकसिंह झाला
WDWD
तेरा रूठना, मेरा मनाना
कैसे भूल सकता हूँ मैं..।
तेरी जुल्फों को सजाना
कैसे भूल सकता हूँ मैं..।

मैं तो वही हूँ
जहाँ पर मैं था,
बस तेरा ही दूर जाना
कैसे भूल सकता हूँ मैं...।

साथ तुम्हारा मैंने हर पल निभाया..।
अफसोस तेरे दिल को वह ना भाया..।
सच कहा कि प्यार करना गुनाह नहीं,
लेकिन उसी प्यार से वफा को मिटाना
कैसे भूल सकता हूँ मैं..।

भूल नहीं पाया तुम्हारे होंठों की हँसी को..।
तुम ही भूल गई इन आँखों की नमी को..।
हम चलते साथ-साथ प्यार की डगर पर
रास्ता बदलकर तेरा आगे निकल जाना
कैसे भूल सकता हूँ मैं..।

Show comments

इस Mothers Day अपनी मां को हाथों से बनाकर दें ये खास 10 गिफ्ट्स

मई महीने के दूसरे रविवार को ही क्यों मनाया जाता है Mothers Day? जानें क्या है इतिहास

वजन कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है ब्राउन राइस, जानें 5 बेहतरीन फायदे

इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग

गर्मियों में ये 2 तरह के रायते आपको रखेंगे सेहतमंद, जानें विधि

थाइलैंड के मनमौजी और ऐय्याश राजा की कहानी 5 पत्‍नियां, कई रखैल और 13 बच्‍चे

करवट लेने पर भी आते हैं चक्कर तो हो सकते हैं ये 6 कारण

खून की कमी को दूर करने के लिए डाइट में शामिल करें ये जूस

ICMR का प्रोटीन सप्लीमेंट से बचने को लेकर अलर्ट, बताया क्‍या होती है हेल्दी डाइट?

कबूतर से हैं परेशान तो बालकनी में लगाएं ये 4 पौधे, कोई नहीं फटकेगा घर के आसपास