तेरी याद आई भुलाने से पहले

ग़ज़ल

Webdunia
- अनु सपन

ND
ND
तेरी याद आई भुलाने से पहले
मैं रोई बहुत खत जलाने से पहले

जुदाई के शोलों पे चलके तो देखो
मेरा मोम-सा दिल गलाने से पहले

परिंदों के दिल भी दरख्तों पे होंगे
समझ लेना शाखें हिलाने से पहले

जमाने में जीने के काबिल बनो तुम
मुझे चाँद, तारे दिलाने से पहले

गरेबान में अपने भी झाँक लो तुम
कोई दाग हम पर लगाने से पहले

सपन के सपन न अधूरे रहेंगे
पलक चूम लेना जगाने से पहले।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

21 जून योग दिवस 2025: सूर्य नमस्कार करने की 12 स्टेप और 12 फायदे

हर यंगस्टर को रोज करना चाहिए ये 5 योगासन

21 जून योग दिवस का इतिहास, जानें 2025 की थीम से हम क्या सीखें

योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है, जानें कारण और इसका महत्व

21 जून योग दिवस 2025: अनुलोम विलोम प्राणायाम करने के 10 फायदे

सभी देखें

नवीनतम

100 सिटअप्स के बराबर है ये एक योगासन, फिट रहने के लिए सबसे कारगर, जानिए फायदे और इसे करने का तरीका

वर्ल्ड म्यूजिक डे 2025 कोट्स, विशेस, शुभकामनाएं, बधाई संदेश

वर्ल्ड म्यूजिक डे 2025 : कौन सा था वो गाना जिसे सुनकर सुसाइड कर लेते थे लोग?

21 जून को रात सबसे छोटी क्यों होती है? जानें कारण और रोचक जानकारी

किडनी कैंसर जागरूकता दिवस: समय पर जांच और इलाज तो किडनी कैंसर से पीड़ितों की बच सकती है जान