रूठे दिलबर को मनाने के लिए शेर

प्यार भरी शायरी

Webdunia
NDND
मान लो तुमसे रूठ जाए कोई
तुम भला किस तरह मनाओगे
-' फिराक' गोरखपुर ी

न बन पड़ा कोई उज़्रे जफ़ा किसी से तो हाय
अदा वो याद है, घबरा के रूठ जाने की
- फ़ानी' बदायूँन ी

पहले इसमें इक अदा थी, नाज़ था, अंदाज़ था
रूठना अब तो तेरी आदत में शामिल हो गया
- आग़ा 'शायर'

शिकवा किया था अज़ रहे-उल्फ़त, तंज़ समझकर रूठे हो
हम भी नादिम अपनी ख़ता पर, आओ, तुम भी जाने दो
-' असर' लखनव ी

मिलती नहीं अभी नज़र, देखते हैं इधर-उधर
मन तो गए हैं वो मगर, दिल में है कुछ ग़ुबार-सा
-' आशिक़' टोंकव ी

ये गुस्ताख़ी, ये छेड़ अच्छी नहीं है, ऐ दिले-नादाँ
अभी फिर रूठ जाएँगे, अभी वो मन के बैठे हैं
-' दाग'

छेड़ कैसी, बात कहते रूठ जाते हैं 'रियाज़'
इक हँसी हर वक्त हो उनको मनाने के लिए
- रियाज़ ख़ैराबाद ी

रूठने को तो चले रूठ के हम उनसे भले
मुड़ के तकते थे कि अभी कोई मनाकर ले जाए
- इलाहीबख़्श ख़ाँ 'मारूफ़'

लाए उस बुत को इल्तिजा करके
कुफ़्र टूटा ख़ुदा-ख़ुदा करके
- दयाशंकर 'नसीम'

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पाकिस्तान से युद्ध क्यों है जरूरी, जानिए 5 चौंकाने वाले कारण

घर की लाड़ली को दीजिए श अक्षर से शुरू होने वाले ये पारंपरिक नाम

Indian Street Food: घर पर कच्छी स्टाइल दाबेली कैसे बनाएं, जानें पूरी रेसिपी

गर्मियों में धूप में निकलने से पहले बैग में रखें ये चीजें, लू और सन टेन से होगा बचाव

लू लगने पर ये फल खाने से रिकवरी होती है फास्ट, मिलती है राहत

सभी देखें

नवीनतम

पहलगाम अटैक के बाद क्‍यों हो रही है फिल्‍म The Social Dilemma की चर्चा?

इंदौर में स्वस्थ जीवनशैली और लंबी उम्र के लिए जागरूकता कार्यक्रम, "लिव लॉन्ग, लिव स्ट्रॉन्ग"

भारत-पाक युद्द हुआ तो इस्लामिक देश किसका साथ देंगे?

गर्मियों में इन हर्बल प्रोडक्ट्स से मिलेगी सनबर्न से तुरंत राहत

जल की शीतलता से प्रभावित हैं बिटिया के ये नाम, एक से बढ़ कर एक हैं अर्थ